Mahindra Thar 6×6 Modified Model: भारतीय बाजार में ऑफ रोडिंग व्हीकल का क्रेज तेजी से बढ़ रहा है, ज्यादातर लोग कस्टमाइज्ड और मॉडिफाई SUV वाहनों की सवारी पसंद कर रहे हैं। जब बात ऑफरोडिंग की हो तो Mahindra Thar का जिक्र होना लाजमी है। अब तक आपने 4 पहियों वाली थार ही ही सवारी की होगी, लेकिन क्या कभी 6 पहियों वाली Mahindra Thar के बारे में सोचा है? आज इस लेख में हम आपको Mahindra Thar 6×6 से मिलवाएंगे, तो आइये जानते हैं इस एसयूवी में क्या है खास –
दरअसल, इस 6 पहियों वाली Mahindra Thar 6×6 का निर्माण पंजाब बेस्ड एक मॉडिफिकेशन कंपनी एसडी ऑफरोडर्स ने किया है। जो कि महिंद्रा और अन्य कंपनियों के एसयूवी वाहनों को कस्टमाइज कर उसे मॉडिफाई करने के लिए मशहूर है। इस बार इस टीम ने Mahindra Thar को कस्टमाइज कर बिल्कुल ही नया लुक और डिजाइन दिया है और सबसे दिलचस्प बात ये है कि इसमें 6 पहियों का इस्तेमाल किया है, जो कि आपके ऑफरोडिंग एक्सपेरिएंस को और भी बेहतर बनाता है।
जनसत्ता ने एसडी ऑफरोडर्स के जसविंदर जी से बात की और उन्होनें इस एसयूवी के बारे में बताया। बकौल जसविंदर, इस एसयूवी के इंजन इत्यादि में कोई भी बदलाव नहीं किया गया है, इसमें कंपनी द्वारा दिए गए मैकेनिज्म को ही शामिल किया गया है। इस एसयूवी को कस्टमाइज करने के लिए इसमें चौड़े टायरों को इस्तेमाल किया गया है और यह एक तरह से डमी टायर ही हैं।
इस एसयूवी के पिछले हिस्से में रियर एक्सेल को शामिल किया गया है जो कि पीछे दिए गए दोनों पहियों के लिए बतौर सपोर्ट काम करते हैं। इसमें टॉर्क मुख्य रूप से अगले पहिए द्वारा ही उत्पन्न होता है जो कि पिछले पहिए तक पहुंचता है। इसका पिछला हिस्सा एक कैरियर की तरह काम करता है। कुल मिलाकर तकनीकी रूप से यह एक 4×6 एक्सेल वाहन है।

चलाने के लिए चाहिए RTO की परमिशन: ऐसा नहीं है कि आप इस एसयूवी को आसानी से कस्टमाइज करवा सकते हैं। इसके लिए आपको बाकायदा अपने क्षेत्रीय ट्रांसपोर्ट कार्यलय (RTO) से अनुमति लेनी होगी। इसके बाद ही इसे कस्टमाइज किया जा सकता है। जब तक आपके पास आरटीओ की अनुमति नहीं होगी इसे आप सड़क पर चला भी नहीं सकते हैं।
क्या होगी कीमत: यदि आपके पास पहले से ही Mahindra Thar एसयूवी है और आप इसे 6×6 डिजाइन में कस्टमाइज करवाना चाहते हैं तो आपको लगभग 9 लाख रुपये तक खर्च करना होगा। इसके अलावा यदि आपके पास यह एसयूवी नहीं है तो आपको इसकी कीमत 14 लाख रुपये होगी। जसविंदर ने बताया कि, इसे बनाने में तकरीबन 2 से 3 महीने तक का समय लगता है।