देश का ऑटोमोबाइल बाजार भारी मंदी के दौर से गुजर रहा है। हाल ही में देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने इस सितंबर महीने में दो दिनों के अपने गुरुग्राम और मानेसर स्थित प्लांट में नो प्रोडक्शन डे की घोषणा की थी। अब प्रमुख वाहन निर्माता कंपनी Mahindra & Mahindra ने 17 दिनों तक प्लांट बंद रखने की घोषणा की है।

कंपनी ने ये फैसला डिमांड और प्रोडक्शन के बीच के अंतर को सही करने के लिए किया है। कंपनी ने इससे पहले अगस्त महीने में कहा था कि वह जुलाई-सितंबर तिमाही में अपने संयंत्रों में 8 से 14 दिनों के लिए कोई उत्पादन नहीं करेगी। अब कंपनी ने अतिरिक्त 3 दिनों के लिए प्लांट में उत्पादन न करने का ऐलान किया है।

कंपनी के प्रबंधन ने कहा है कि इससे बाजार में वाहनों के स्टॉक पर कोई असर नहीं पड़ेगा। ऐसा बाजार में आई सुस्ती और मंंदी को ध्यान में रखकर किया गया है। बता दें कि, कई दिग्गज वाहन निर्माता इस मंदी के दौर में अपने प्लांट में प्रोडक्शन बंद करने को मजबूर हो रहे हैं।

इस सप्ताह की शुरुआत में, हिंदुजा समूह की प्रमुख फर्म अशोक लीलैंड ने कमजोर मांग के चलते अपने अलग अलग प्लांट में 16 दिनों के लिए नो प्रोडक्शन डे की घोषणा की थी। देश की प्रमुख वाहन निर्माता कंपनियां बाजार में आई इस सुस्ती के पीछे सरकार की टैक्स नीतियों को जिम्मेदार मान रही है।

बीते दिनों वाहन निर्माता कंपनियों ने सरकार से GST दर में कटौती किए जाने की मांग की। मौजूदा समय में पेट्रोल और डीजल से चलने वाले वाहनों पर GST दर 28 प्रतिशत है, कंपनियों का मानना है कि यदि इसे घटाकर 18 प्रतिशत तक किया जाता है तो बाजार में एक बार फिर से रौनक लौटेगी।