Bajaj Auto Salary Cut: देश में कोरोना वायरस का शिकंजा लगातार कसता जा रहा है। देश भर में सरकार के निर्देशानुसार आगामी 3 मई तक लॉकडाउन लागू कर दिया है। जहां इस लॉकडाउन के अर्थव्यवस्था लड़खड़ा रही है वहीं लोगों की नौकरियों पर भी तलवार लटकनी शुरू हो गई है। देश की प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी Bajaj Auto के कर्मचारियों के 10 प्रतिशत सैलेरी कटौती का प्रस्ताव किया गया है।
बजाज ऑटो ने कर्मचारियों को दिए गए एक बयान में कहा है कि, यदि आगामी 21 अप्रैल तक कंपनी के प्लांट में उत्पादन शुरू नहीं हो जाता है तो कंपनी अपने कर्मचारियों के वेतन में 10 फीसदी की कटौती कर सकती है। फिलहाल कटौती का यह आदेश प्रस्तावित मात्र है, जो कि 3 मई को लॉकडाउन हटने के साथ ही समाप्त हो जाएगा।
वहीं कंपनी ने यह भी जानकारी दी है कि, कंपनी के प्रबंध निदेशक राजीव बजाज के सैलेरी में पूरे 100 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। कंपनी के HR डिपार्टमेंट द्वारा कर्मचारियों को भेजे गए एक पत्र के अनुसार, कोरोना वायरस महामारी के कारण हुए इस लॉकडाउन के मद्देनजर लागत में कमी लाने के लिए यह कटौती आवश्यक है। लेकिन कंपनी के सूत्रों के अनुसार यदि कारखाने में गृह मंत्रालय के नए दिशा निर्देशों के तहत 20 अप्रैल से उत्पादन शुरू किया जाता है, तो प्रबंधन द्वारा प्रस्तावित 10 प्रतिशत वेतन कटौती को लागू नहीं किया जाएगा।
इस बीच, सूत्रों ने यह भी बताया कि Bajaj Auto वर्कर्स यूनियन ने लॉकडाउन अवधि के दूसरे चरण के लिए 10 प्रतिशत वेतन में कटौती के लिए सहमति दी है। यूनियन का कहना है कि “हम कंपनी और देश के जिस हालात से गुजर रहे हैं उससे पूरी तरह वाकिफ हैं।” बताया जा रहा है कि यदि कर्मचारियों की सैलेरी में कटौती की जाती है तो प्रतिव्यक्ति तकरीबन 2000 रुपये से लेकर 2,500 रुपये का नुकसान होगा।
गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए गाइडलाइन के अनुसार आगामी 20 अप्रैल से ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित कारखानों खास परिस्थितियों में परिचालन शुरू की जा सकती हैं। बता दें कि, Bajaj Auto के कुल तीन प्लांट देश में हैं जो कि चाकन, औरंगाबाद और पंतनगर में स्थित हैं। इन फैक्ट्रियों में तकरीबन 5,000 कर्मचारी कार्य करते हैं।