Hyundai’s Interesting Facts: मारुति सुजुकी के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता के तौर पर उभरने वाली दक्षिण कोरिया की प्रमुख कंपनी Hyundai लंबे समय से भारतीय बाजार में कारों की बिक्री कर रही है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि हुंडई के पास दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी फैक्ट्री है। ऐसे ही हुंडई के बारे में हम आज आपको कुछ रोचक बातें बताएंगे, जिनसे आप शायद अब तक अनजान होंगे। तो आइये जानते हैं वो दिलचस्प बातें —
Hyundai ब्रांड नेम: हुंडई एक कोरियन शब्द है, जिसे कोरियन भाषा में “hanja” के नाम से उच्चारित किया जाता है। इस शब्द का मतलब होता है “modernity” यानी कि आधुनिकता। यदि आप हांजा को सटीक ट्रांसलिट्रेशन करेंगे तो आपको “Hyeondae” शब्द मिलेगा। इसी के आधार पर कंपनी का नाम हुंडई रखा गया है।
एक छुपा हुआ संदेश: आप सभी को हुंडई के लोगो का डिजाइन तो याद होगा ही, ज्यादातर लोग ये मानते हैं कि ये अंग्रेजी का ‘H’ अक्षर है। लेकिन ऐसा नहीं है दरअसल ये दो लोगों द्वारा हाथ मिलाने की छवि को दर्शाता हुआ एक लोगो है। इसमें एक हाथ ग्राहक का है और दूसरा कार कंपनी का। ये कंपनी और ग्राहकों के बीच के रिश्ते को दर्शाती है।
गेम चेंजिंग वारंटी: हुंडई दुनिया की पहली ऐसी कार निर्माता कंपनी है जिसने अपनी कारों पर सबसे पहली बार 10 साल या 1 लाख मील की वारंटी दी थी। हालांकि शुरुआती दौर में इस बात को लेकर कंपनी की आलोचना हुई थी लेकिन आगे चलकर अन्य वाहन निर्माता कंपनियां भी इसी नक्शे कदम पर चलने लगें। बाद में कंपनी के इस फैसले को एक गेम चेंजर के तौर पर देखा जाने लगा।
खुद का स्टील: आपको ये जानकर हैरानी होगी जहां आज के दौर में तकरीबन सभी वाहन निर्माता कंपनियां दूसरी कंपनियों से स्टील खरीदकर अपने वाहनों का निर्माण करते हैं। वहीं हुंडई खुद अपने स्टील का निर्माण करती है और उन्हें अपने कारों के निर्माण में प्रयोग करती है। दक्षिण कोरिया में कंपनी की खुद की स्टील फैक्ट्री है जिसे हुंडई स्टील कंपनी के नाम से जाना जाता है।
दूसरी सबसे बड़ी फैक्ट्री: फॉक्सवैगन के बाद हुंडई की फैक्ट्री दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी फैक्ट्री है। साउथ कोरिया के Ulsan में कंपनी की ये फैक्ट्री है। 54 मीलियन वर्गफुट में फैले इस फैक्ट्री में 35,000 से भी ज्यादा कर्मचारी काम करते हैं। इस फेसिलिटी में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट और कार्गो शिप भी है। यहां पर 5 अलग अलग बिल्डिंगों में कारों का निर्माण किया जाता है, यहां पर कुशल कारीगरों और अत्याधुनिक मशीनों के जरिए कंपनी हर 12 सेकेंड में एक कार का निर्माण करती है।
Hyundai का जन्मदिन: आपको बता दें कि, हुंडई भी अपना जन्मदिन मानाती है। 29 दिसंबर को 1967 को कंपनी की स्थापना सिओल प्रांत में की गई थी। जिसके बाद हर 29 दिसंबर को कंपनी अपने जन्मदिन के तौर पर मानाती है। आज भी कंपनी के पुराने मुख्यालय का अधिकार कंपनी के पास ही है।
Hyundai Sonata: यदि नब्बे के दौर के लोगों से बेहतरीन सिडान कार के बारे में पूछा जाए तो ज्यादातर लोगों के जुबान पर हुंडई सोनाटा का नाम आ जाएगा। सन 1988 में हुंडई ने दुनिया में पहली बार अपनी इस सिडान कार के पहले संस्करण को पेश किया था। ये कंपनी की तरफ से बनाई जाने वाली पहली ऐसी कार थी जिसमें इंजन को छोड़कर सब कुछ हुंडई ने ही तैयार किया था। इसमें मित्सुबिशी के लाइसेंस वाले इंजन का प्रयोग किया गया था। आज भी दुनिया भर में हुंडई सोनाटा काफी मशहूर है।
चैरिटी: हुंडई न केवल वाहन निर्माण में अव्वल है बल्कि कंपनी चैरिटी भी खूब करती है। कंपनी का अपना एक एनजीओ है जिसे ‘Hyundai Hope on Wheels’ के नाम से जाना जाता है। ये संस्था पैडिएट्रिक कैंसर से प्रभावित बच्चों के इलाज और देखभाल के लिए पैसों का इंतजाम करती है। इस संस्था की शुरुआत कंपनी ने सन 1998 में इंग्लैंड स्थित एक डीलरशिप से की थी, और आज भी ये एनजीओ बदस्तूर काम कर रही है।