Top 5 Best Selling Cars in May : कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में लगभग 2 महीने से लॉकडाउन है, जिसके चलते वाहनों की ब्रिकी ना के बराबर रही है। लेकिन अब धीरे-धीरे देश अनलॉक हो रहा है। जिसमें लगभग सभी वाहन निर्माता कंपनियाों ने अपने प्लांट और डीलरशिप को फिर से शुरू कर दिया है। हालांकि मई का महीना वाहन सेल्स के आंकड़ों के हिसाब से कुछ खास तो नहीं रहा लेकिन कुछ गाड़ियों ने लॉकडाउन के बीच भी ग्राहकों का दिल जीता । यहां खास बात यह रही कि लंबे अरसे बाद मारुति सुजुकी टॉप सेलिंग कारों में सूची से गायब रही। आइए बताते हैं मई में सबसे ज्यादा बिकने वाली गाड़ियों की सूची:

Hyundai Creta: हुंडई का क्रेटा मॉडल मई महीने में सबसे अधिक बिकने वाला मॉडल था, क्रेटा की कुल 3,212 इकाइयाँ ग्राहकों को सौंपी गई हैं। कंपनी ने बीते मार्च महीने में भारतीय बाजार में अपनी नई क्रेटा एसयूवी को लांच किया था। जिसके थोड़े दिनों के बाद देश भर में लॉकडाउन लागू कर दिया गया था। जब से इस एसयूवी को लांच किया गया तब से अब तक इसके 24,000 से ज्यादा यूनिट्स की बुकिंग दर्ज की गई है। कंपनी ने इस एसयूवी को पेट्रोल और डीजल दोनों इंजन के साथ बाजार में पेश किया है।

Maruti Ertiga: मारुति सुजुकी की अर्टिगा एमपीवी सबसे अधिक बिकने वाली गाड़ियों की सूची में दूसरे स्थान पर रही है। इस कार की बीते एक महीने में कुल 2353 यूनिट्स सेल की गई हैं। बता दें, नई जेनरेशन अर्टिगा को नवंबर 2018 में लॉन्च किया गया था। Ertiga में दो इंजन का विकल्प मिलता है, जिसमें 1.5 लीटर वाले BS6 पेट्रोल इंजन के अलावा 1.5 लीटर की क्षमता का DDiS डीजल इंजन भी उपलब्ध है।

Dzire, Bolero & Maruti Eco: इस सूची में तीसरे स्थान पर भी मारुति अपनी सेडान Dzire के साथ मौजूद रही। डिजायर की मई महीनें में कुल 2215 यूनिट्स की डिलीवरी की गई है। वहीं महिंद्रा की लोकप्रिय एसयूवी Bolero की मई में 1,715 यूनिट्स बेचा गई है। इसके साथ ही इस सूची में पांचवें नंबर पर मारुति ईको को जगह मिली। मारुति ईको की मई महीनें में कुल 1617 यूनिट से ल की गई हैं।

देखा जाए तो ब्रिकी के ये आंकड़े कियी भी मायने में वाहन निर्माता कंपनियों को संतुष्ट नहीं करते हैं, लेकिन देशभर में 2 महीनें से रही तालाबंदी के बाद से ग्राहकों का कार खरीदना बड़ी बात है। फिलहाल सभी कंपनियां ब्रिकी में इजाफा करने के लिए नई नई स्कीम लागू कर रही हैं, जिनमें कम ईएमआई, कम डाउनपेमेंट आदि के विकल्प शामिल हैं।