अमेरिका की प्रमुख इलेक्ट्रिक कार निर्माता कंपनी टेस्ला भारत में अपनी कार लॉन्च करने वाली है जिसके लिए बैंगलूरु में प्लांट के लगाने के लिए रजिस्ट्रेशन भी करवा दिया गया है। इस प्लांट से टेस्ला सबसे पहले अपनी मॉडल 3 कार को लॉन्च करने की तैयारी कर रही है। जिसका भारत में लोगों को बड़ी बेसब्री से इंतजार है।
लेकिन भारत में टेस्ला को एक बड़ा घाटा हो सकता है जिसकी वजह है चीन से आई एक ख़बर जिसने ऐलन मस्क को भारत में लॉन्च होने वाली कार के प्रोजेक्ट को लेकर थोड़ा चिंता में जरूर डाल सकती है।
दरअसल, चीन के सरकारी अखबार ग्लोबल टाइम्स में एक खबर छपी है जिसके मुताबिक चीन की इंश्योरेंस कंपनी पिंग एन को सहित दूसरी कंपनियों ने टेस्ला की कार पर इंश्योरेंस देने से मना कर दिया है।
जिसके पीछे की वजह बताई जा रही है कि टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार का एक्सीडेंट होने या किसी तरह का डेमेज होने के बाद इन कारों पर आने वाला रिपेयरिंग का खर्च दोगुना नहीं बल्कि 7 गुना है जिसको देखते हुए इंश्योरेंस कंपनियों ने इस कार के इंश्योरेंस से हाथ खींचने शुरू कर दिए हैं। (ये भी पढ़ें- भारत की टॉप 5 CNG कार जो दिलाएंगी पेट्रोल के बढ़ते दाम से आजादी)
लेकिन टेस्ला की चीन यूनिट ने इंश्योरेंस कंपनियों से जुड़ी खबरों को सिरे से खारिज करते हुए कहा है कि चीन में टेस्ला और इंश्योरेंस कंपनी पिंग एक को के बीच सबकुछ ठीक है और सब सामान्य रूप से चल रहा है।
इसके साथ ही टेस्ला ने यह भी कहा कि हम अपने ग्राहकों को क्वालिटी और रिलाएबल सर्विस प्रदान कर रहे हैं और ये सर्विस भविष्य में भी जारी रहेंगी। हम लगातार लोगों की आवश्यकताओं और जरूरतों को देखते हुए सेवाओं का विस्तार करते रहेंगे।
टेस्ला का ये फीचर है परेशानी की वजह।
ऐलन मस्क की टेस्ला के साथ जो सबसे बड़ा विवाद जुड़ा हुआ है वो है इन कारों का ऑटो पायलट मोड। इसी फीचर की वजह से टेस्ला मुसीबत में पड़ती दिखाई दे रही है।
हाल में ही अमेरिका में एक टेस्ला कार के ऑटो पायलट मोड में होने के बाद पेड़ से टकराने पर उसमें बैठे दो लोगों की मृत्यु होने से इस फीचर को लेकर विवाद काफी बढ़ा हुआ है।
इसके अलावा चीन से टेस्ला इलेक्ट्रिक कार में कई तरह की तकनीकि खराबियां होने की बात भी सामने आ रही है। विशेषज्ञों की माने तो चीन और अमेरिका से आ रही ख़बरों से भारत में टेस्ला के प्रोजेक्ट पर असर जरूर पड़ेगा।