कार ड्राइविंग के समय ज्यादातर लोग आराम तलबी के चक्कर में क्लच पर ही पैर रख कर ड्राइव करते रहते हैं। बता दें कि, क्लच एक सबसे महत्वपूर्ण जरिया होता है जो कि इंजन और ट्रांसमिशन गियरबॉक्स के बीच एक कनेक्शन बनाता है। यदि क्लच पर बेवजह स्ट्रेस या तनाव बनता है तो इससे इंजन और गियरबॉक्स के साथ साथ क्लच प्लेट पर भी बुरा असर पड़ता है। तो आज हम आपको ऐसी कुछ गलतियों से अवगत करायेंगे जिनसे ज्यादातर लोग अनजान होते हैं।
1 – कार ड्राइव करते समय क्लच को सही समय पर और नियत अंतराल तक दबाए रखना सबसे ज्यादा जरूरी होता है। कुछ वाहन चालक जल्द ही क्लच को दबाकर छोड़े देते हैं। जिसका सीधा असर कार के इंजन और ट्रांसमिशन गियरबॉक्स पर पड़ता है। इंजन और गियरबॉक्स के बीच एक तरह के तनाव की स्थिति बनती है।
2- कुछ वाहन चालक हमेशा जल्दी में रहते हैं। ऐसे लोग ट्रैफिक सिग्नल पर भी वाहन को स्टॉर्ट रखते हैं और क्लच को अपने पैर से दबाए रखते हैं। समान्य तौर पर यदि आपको सिग्नल पर 20 सेकेंड से ज्यादा रूकना हो तो आपको अपनी कार न्यूट्रल में रखनी चाहिए या फिर इंजन को बंद कर देना चाहिए। बिना वजह आप क्लच को जितनी देर तक दबाये रखेंगे इसका सीधा असर क्लच प्लेट और इंजन पर पड़ेगा।
3- ऐसा भी देखा जाता है कि कुछ वाहन चालक कार के क्लच को रेस्ट पैनल की तरह इस्तेमाल करते हैं। वो चाहे कितनी भी दूरी तक वाहन चलाएं अपने पैर को हमेशा क्लच पर रखे रहते हैं। ये सही है कि ज्यादातर वाहनों में डेड पैडल या क्लच नहीं मिलता है। जिस पर आप अपने पैर को रख कर ड्राइव कर सकें। लेकिन इसका ये मतलब नहीं है कि आप एक्टिव क्लच पर अपने पैर को रखकर ड्राइव करें। इससे क्लच प्लेट के खराब होने की पूरी आशंका होती है।
4- इसके अलावा कुछ वाहन चालक बेहतर पिक-अप पाने के चक्कर में में भी क्लच को पूरी तरह से नहीं छोड़ते हैं और एक्सलेटर लेने लगते हैं। ये बिलकुल गलत प्रक्रिया है, जब आप एक्सलेटर दबा रहे हैं तो इस दशा में क्लच को पूरी तरह छोड़ देना चाहिए। इस स्थिति में क्लच प्लेट के खराब होने का डर होता है। यहां तक कि कई बार आपको क्लच प्लेट बदलना भी पड़ सकता है।