Car Catches Fire Tips: आज के समय में सड़क पर चलती हुई कारों में अचानक से आग लगने की खबरें लगातार आ रही हैं। चलती कार में आग लगने के बहुत से कारण हैं। लेकिन ऐसा नहीं है कि इन घटनाओं से बचा नहीं जा सकता है। कार ड्राइविंग के दौरान या उससे पहले कुछ मुख्य बातों पर यदि ध्यान दिया जाए तो इस प्रकार की दुर्घटनाओं से आसानी से बचा जा सकता है। तो आइये आपको बताते हैं आप इस तरह की दुर्घटना से कैसे बच सकते हैं।

बैठने से पहले रखें ध्यान: चाहे आप अपनी कार में ड्राइव पर जा रहे हों या फिर कोई कैब या टैक्सी का इस्तेमाल कर रहे हों। दोनों दशाओं में इस बात का पूरा ध्यान रखें। आज कल कैब सर्विस वाले ज्यादातर सीएनजी कारों का प्रयोग कर रहे हैं। ऐसी कारों में आग लगने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। इसलिए कार में बैठने से पहले अंदर के माहौल यानी कि महक पर ध्यान दें। यदि गैस, पेट्रोल या फिर किसी तरह के जलने की महक आती है तो तत्काल कार से बाहर निकलें।

चलती कार के दौरान क्या करें: यदि आप चलती कार में बैठे हैं, और अचानक से आपको किसी अजीब गंध, धुंआ या फिर गैस की महक आती है। तो तत्काल कार का इंजन बंद करें और खिड़कियों को खोलते हुए कार से बाहर आयें।

अग्निशमन यंत्र का प्रयोग: ज्यादातर लोग इस बात पर ध्यान नहीं देते हैं और अपनी कार में अग्निशमन यंत्र नहीं रखते हैं। ये बहुत बड़ी लापरवाही साबित हो सकती है। जब भी कार में आग लगे ऐसी स्थिति में कार से बाहर निकलें और अग्निशमन यंत्र का प्रयोग करें।

आगे या पिछे लगे आग: यदि कार के अगले हिस्से यानी कि इंजन से धुंआ निकल रहा हो तो इंजन को बंद करके बाहर निकलें और अग्निशमन यंत्र का प्रयोग करें। लेकिन यदि कार के पिछले हिस्से यानी बूट की तरफ से धुंआ या फिर आग लगने के संकेत मिल रहे हैं तो तत्काल कार को रोकें और बाहर निकल कर कार से जितनी दूर हो सके जाएं और पुलिस या अग्निशमन दल को फोन कर मदद मांगे।

बूट में आग हो सकती है जानलेवा: कार के पिछले हिस्से में ही फ्यूल टैंक होता है। यदि पिछले हिस्से में आग लगती है तो उसे बुझाने का प्रयत्न न करें और न ही कार के पास रूकें। क्योंकि ये कभी भी धमाके में तब्दील हो सकता है जिससे आप की जान भी जा सकती है। इसलिए ऐसी दशा में कार से जितना दूर हो सके उतना दूर जाएं और मदद की मांग करें।

कैसे लगती है कार में आग: जैसा कि हमने आपको पूर्व में बताया कि चलती कार में आग लगने के बहुत से कारण हो सकते हैं। मसलन, कार में जलती सिगरेट का गिरना, कार के इंजन में शॉर्ट सर्किट होना इत्यादि। लेकिन कुछ मुख्य कारण ऐसे भी हैं जो साफ तौर पर संकेत देते हैं कि कार में आग लग सकती है। ये हैं वो संकेत —

  • अगर आपकी कार का फ्यूज बार बार उड़ता हो तो सचेत हो जाएं।
  • कार के इंजन में आयल का लीक होना।
  • कार में क्रैक और लूज वॉयर शॉर्ट सर्किट का कारण बन सकते हैं।
  • एग्जास्ट यानी कि साइलेंसर से तेज आवाज आना।
  • फ्यूल और आयल लेवल में अचानक से गिरावट आना।
  • आयल फिल्टर से कैप का हट जाना।
  • इंजन का तापमान अचानक से बढ़ जाना।
  • बैटरी का लीक होना और टर्मिनल पर स्पार्क होना।

ये ऐसे सामान्य संकेत हैं जिन पर यदि आप ध्यान देते हैं तो आप किसी भी आपात स्थिति से बच सकते हैं। गर्मियां शुरू हो चुकी हैं और ऐसी दशा में तापमान तेजी से बढ़ेगा जो कि कार में आग लगने की संभावनाओं को भी बढ़ा देता है। इसलिए आप इन बातों पर गौर करें और किसी भी आपात स्थिति से बचें।