BS6 Emission Norms Complete Detail: देश एक बड़े बदलाव के दौर से गुजर रहा है। एक तरफ देश में कोरोना वायरस का आतंक है और दूसरी ओर आज यानी 1 अप्रैल से देश में वाहनों के इंजन को लेकर नए मानक (BS6 Emission Norms) को आज लागू कर दिया गया है। बीते 1 अक्टूबर 2018 को सुप्रीम कोर्ट ने घोषणा की थी कि 1 अप्रैल 2020 से देश में BS6 उत्सर्जन मानक को लागू कर दिया जाएगा इसके बाद BS4 वाहनों की बिक्री और उनके रजिस्ट्रेशन की अनुमति नहीं होगी।

सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले के बाद वाहन निर्माता कंपनियों ने तेजी से अपने व्हीकल लाइन अप को नए BS6 इंजनों से अपडेट करना शुरू कर दिया था। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी तकरीबन अपने व्हीकल लाइन अप को नए इंजन से अपडेट कर चुकी है। वहीं देश की प्रमुख परफॉर्मेंस बाइक निर्माता कंपनी Royal Enfield ने हाल ही में घोषणा की थी कि, कंपनी ने अपने BS4 स्टॉक को खाली कर दिया है।

एक रिपोर्ट के अनुसार पूरे देश में इस लॉक डाउन के चलते तकरीबन 3,600 करोड़ रुपये के 6 से 8 लाख से ज्यादा BS4 वाहनों का स्टॉक डिलरिशप पर पड़ा हुआ है। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डिलर्स एसोसिएशन (FADA) ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था ताकि, इस समय सीमा को बढ़ाकर मई महीने तक किया जाए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस अर्जी को खारिज कर दिया है। इतना ही नहीं, देश की प्रमुख दोपहिया वाहन निर्माता कंपनी Hero MotoCorp ने भी सुप्रीम कोर्ट से समय सीमा में बढ़ोत्तरी की मांग की थी।

कोर्ट से मिली है 10 दिन की मोहल्लत: बहरहाल, जस्टिस अरुण मिश्रा और जस्टिस दीपक गुप्ता की पीठ ने फेडरेशन ऑफ आटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन की याचिका पर विचार करते हुए BS4 वाहनों की बिक्री का आदेश दिया है। इस आदेश में माननीय न्यायालय ने निर्देर्शित किया है कि BS4 वाहनों की बिक्री दिल्ली-एनसीआर में नहीं होगी। पीठ के आदेशानुसार आगामी 14 अप्रैल से देश लॉक डाउन के खत्म होने के बाद डिलर्स के पास केवल 10 दिनों का समय होगा, और वो बचे हुए स्टॉक में से केवल 10 फीसदी वाहनों की ही बिक्री कर सकेंगे।

क्या है नया BS6 मानक: बीएस का अर्थ है भारत स्टेज, इसका पूरा नाम भारत स्टेज इमिशन स्टैंडर्ड (BSES) है। यह एक तरह का उत्सर्जन मानक है जो कि वाहनों द्वारा उत्सर्जित किए जाने वाले प्रदूषण के मानक को तय करता है। BS6 वाहनों में खास फिल्टर लगाए गए हैं, जिससे वाहन से उत्सर्जित होने वाले 80 से 90 प्रतिशत पीएम 2.5 जैसे कण को रोका जा सकेगा। इससे वाहन से निकलने वाले नाइट्रोजन ऑक्साइड को कंट्रोल किया जा सकेगा ताकि प्रदूषण कम से कम हो।

अब तक देश में BS4 मानक वाले वाहनों का चलन था, लेकिन आज से नए मानक को लागू कर दिया गया है। आगामी 14 अप्रैल से देश में लॉक डाउन को खत्म किया जाना है, जिसके बाद बचे हुए BS4 मॉडलों के स्टॉक को क्लीयर करने के लिए डिलर्स के पास महज 10 दिनों का समय होगा। अब देश में केवल उन्हीं वाहनों की बिक्री हो सकेगी जो कि BS6 मानक का पालन करते हैं।

नहीं मिलेंगे डीजल मॉडल: नए मानक को लागू किए जाने के बाद कई वाहन निर्माता कंपनियों ने अपने छोटे डीजल इंजन मॉडलों के प्रोडक्शन पर रोक लगा दी है। मारुति सुजुकी और टाटा मोटर्स जैसे दिग्गज ने पहले ही इस बात की घोषणा कर दी है कि वो अब डीजल मॉडलों का प्रोडक्शन नहीं करेंगे। इसके अलावा कई मॉडलों को नए मानकों के अनुसार अपडेट भी नहीं किया गया है। क्योंकि डीजल इंजन को नए BS6 मानक के अनुसार अपडेट करने पर इनकी कीमत में ज्यादा इजाफा हो रहा है। वहीं डीजल मॉडलों की मांग पहले से कम हुई है, ऐसे में उंची कीमत के चलते कंपनियां इसे अपडेट नहीं कर रही हैं।