देश के मोटरसाइकिल सेक्टर में ऐसी बाइकों की एक लंबी रेंज मौजूद हैं जो कम बजट में लंबी माइलेज का दावा करती हैं और इनमें सबसे ज्यादा बाइक बजाज, टीवीएस, हीरो और होंडा की मौजूद हैं।

जिसमें हम बात कर रहे हैं बजाज ऑटो की बेस्ट सेलिंग बाइक बजाज प्लेटिना 110 के बारे में जो अपने सेगमेंट की पहली ऐसी बाइक है जिसमें कंपनी ने एंटी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम दिया है।

बजाज प्लेटिना को अगर आप खरीदते है तो इसके लिए आपको 63,366 रुपये तक खर्च करने होंगे लेकिन आपके पास इतना बड़ा बजट नहीं है तो यहां जान लें इसे आसान डाउन पेमेंट पर खरीदने का पूरा प्लान।

टू व्हीलर सेक्टर की जानकारी देने वाली वेबसाइट BIKEDEKHO पर दिए गए डाउन पेमेंट और ईएमआई कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर आप इस बाइक को खरीदते हैं तो इसके लिए कंपनी से जुड़ा बैंक 69,817 रुपये का लोन देगा।

इस लोन के बाद आपको 7,757 रुपये का न्यूनतम डाउन पेमेंट देनी होगी और उसके बाद हर महीने 2,495 रुपये की मंथली ईएमआई चुकानी होगी।

बजाज प्लेटिना 110 पर मिलने वाले लोन की अवधि बैंक की तरफ से 36 महीने तय की गई है और इस लोन अमाउंट पर बैंक 9.7 प्रतिशत वार्षिक दर से ब्याज लेगा।

बजाज प्लेटिना 110 पर मिलने वाले इस डाउन पेमेंट प्लान को पढ़ने के बाद अगर आप इस बाइक को खरीदना चाहते हैं तो यहां जान लें इस बाइक की पूरी डिटेल।

(ये भी पढ़ेंदेश की सबसे सस्ती टॉप 3 क्रूजर बाइक जो देती हैं दमदार स्टाइल के साथ बढ़िया माइलेज, पढ़ें पूरी डिटेल)

बजाज प्लेटिना 110 के इंजन और पावर की बात करें तो इसमें 115.45 सीसी का सिंगल सिलेंडर इंजन दिया गया है जो एयर कूल्ड तकनीक पर आधारित है।

(ये भी पढ़ेंमात्र 55 हजार के छोटे बजट में आती हैं ये टॉप 3 बाइक, देती हैं 96 kmpl तक की बड़ी माइलेज)

यह इंजन 8.6 पीएस की पावर और 9.81 एनएम का पीक टॉर्क जनरेट करता है और इसके साथ 4 स्पीड गियरबॉक्स दिया गया है। बाइक के ब्रेकिंग सिस्टम की बात करें तो इसके फ्रंट व्हील में डिस्क ब्रेक और रियर व्हील में ड्रम ब्रेक लगाया गया है जिसके साथ सिंगल चैनल एबीएस सिस्टम दिया गया है।

माइलेज को लेकर बजाज का दावा है कि ये बाइक 84 किलोमीटर प्रति लीटर का माइलेज देती है और यह माइलेज ARAI प्रमाणित है।

आवश्यक सूचना: बजाज प्लेटिना 110 पर मिलने वाले लोन, डाउन पेमेंट और ब्याज दरों का प्लान आपकी बैंकिंग और सिबिल स्कोर पर निर्भर करता है अगर आपकी बैंकिंग या सिबिल स्कोर में नेगेटिव रिपोर्ट आती है तो बैंक अपने अनुसार इन तीनों में परिवर्तन कर सकता है।