Bajaj Chetak Electric and Old Scooter History: अस्सी और नब्बे के दशक में भारतीय बाजार में बजाज की चेतक सबसे ज्यादा लोकप्रिय स्कूटर रही है। अब कंपनी ने तकरीबन चौदह सालों के बाद (साल 2006 में प्रोडक्शन बंद) एक बार फिर से Bajaj Auto ने अपनी चेतक को नए इलेक्ट्रिक अवतार में लांच किया है। कंपनी ने इस स्कूटर को दो वैरिएंट में पेश किया, इसके बेस वैरिएंट की कीमत 1 लाख रुपये और प्रीमियम वैरिएंट की कीमत 1.15 लाख रुपये तय की गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि नया Bajaj Chetak देश का पहला स्कूटर है जिसे सिर्फ महिलाओं ने बनाया है?
दरअसल, Bajaj Chetak का निर्माण कंपनी ने महाराष्ट्र के चाकन में स्थित अपने प्लांट में किया है। जिस असेंबली लाइन में स्कूटर का निर्माण होता है उसे अत्याधुनिक तकनीक वाले मशीनरी से लैस किया गया है। इस असेंबली लाइन की सबसे खास बात ये है कि इसमें केवल महिलाएं ही काम करती हैं, जो कि इन एडवांस मशीनों की मदद से स्कूटर का निर्माण करती हैं। कंपनी द्वारा शुरू किया गई यह अनोखी पहल है।
इतिहास के आइनों में चेतक: कंपनी ने साल 1972 में पहली बार Bajaj Chetak को ग्लोबल मार्केट में पेश किया था। साल 1976 में पहली बार भारतीयों को इस स्कूटर को घर लाने का मौका मिला। उस वक्त कंपनी ने इस स्कूटर में 145.45 cc की क्षमता का टू स्ट्रोक इंजन का प्रयोग किया था, जो कि 7.5 bhp की पावर और 10.8 Nm का टॉर्क जेनरेट करता था। इस स्कूटर का डिजाइन Vespa Sprint से प्रेरित था, जिसे 1980 में बदलकर इन हाउस डिजाइन के मुताबिक तैयार किया गया।
पुराने बजाज चेतक में कंपनी ने 4 स्पीड गियरबॉक्स का इस्तेमाल किया था, और उस दौर में इस स्कूटर से सफर करने वाले लोगों को ये बात अच्छी तरह से याद होगी कि, इसका गियर शिफ्टिंग सिस्टम हैंडलबार में दिया गया था। इसमें 150 mm का ड्रम ब्रेक और 1230 mm का व्हीलबेस दिया गया था। पुराने बजाज चेतक का कुल वजह 103 किलोग्राम था और इसकी टॉप स्पीड 90 किलोमीटर प्रतिघंटा के करीब थी।
बाजार में चेतक आ चुका था और लोगों के बीच इसकी लोकप्रियता का आलम ये था कि इस स्कूटर का वेटिंग पीरियड 10 साल तक पहुंच चुका था। ये अपने आप में इस स्कूटर के सफलता की कहानी बयान करता है। 1981 में कंपनी ने इस स्कूटर के बूते ग्लोबल मार्केट में अपनी उपस्थित दर्ज की और फ्रांस, अफ्रीका और अन्य यूरोपियन मार्केट में भी अपनी पहुंच बनाई।
Bajaj Chetak ने पहला कीर्तिमान साल 1983 में स्थापित किया, इस साल कंपनी ने दुनिया भर में इस स्कूटर के 5 लाख से ज्यादा यूनिट्स की बिक्री की। साल 1995 में ये आंकड़ा बढ़कर 1 करोड़ यूनिट्स तक आ पहुंचा। इसके बाद कंपनी ने 1999 में इसे इलेक्ट्रिक स्टार्ट सिस्टम के साथ बाजार में लांच किया। 2004 में सरकार के नए मानकों के अनुसार इसे दोबारा 4 स्ट्रोक इंजन के साथ पेश किया गया। समय के साथ बाजार में अन्य स्कूटर भी आ चुके थे, जो कि एडवांस तकनीक से लैस थे। जिसके बाद चेतक के बिक्री की रफ्तार कम होने लगी और कंपनी ने 2005 में इस स्कूटर का प्रोडक्शन बंद कर दिया।

लोगों का भावनात्मक लगाव: Bajaj Chetak न केवल यातायात का साधन था, बल्कि उस दौर में हर उम्र वर्ग के लिए ये स्कूटर खास अहमियत रखता था। मध्यम वर्गीय परिवारों के लिए ये स्कूटर किसी सपने के सच होने जैसा था। उस दौर में ज्यादातर भारतीय ग्राहकों के लिए ये पहला दोपहिया वाहन रहा है। इस स्कूटर की धमक सड़क से लेकर जॉन लोगी बेयर्ड के सबसे बेहतर आविष्कार टेलीविजन (TV) तक सुनने को मिलती थी। इसे स्कूटर के प्रमोशन के लिए कंपनी ने “हमारा…बजाज…” के नाम से एक थीम सांग भी बनाया था, जो कि टीवी पर कार्यक्रमों के ब्रेक के दौरान दिखाया जाता था।
हमारा बजाज: ये थीम सांग उस दौर में लोगों के जुबान पर ऐसा चढ़ा कि, इसकी धुन आज भी लोगों के जेहन में बदस्तूर जिंदा है। कंपनी ने एक बार फिर से इसी थीम सांग पर आधारित अपने नई Bajaj Chetak Electric का टीवी कमर्शियल भी तैयार किया है। नई चेतक को नए क्लेवर और तकनीक के साथ पेश किया गया है, इसने पहले इतिहास लिखा था और ये स्कूटर भविष्य लिखने को तैयार है।