यदि आप अपनी पुरानी गाड़ी को स्क्रैप में देते हैं तो फिर नई कार की खरीद पर भी आपको बड़ा फायदा मिल सकता है। ऑटो इंडस्ट्री ने पुराने वाहन को स्क्रैप कर नई कार की खरीद पर 1 प्रतिशत की छूट देने के केंद्र के प्रस्ताव पर सहमति जताई है। केंद्र सरकार ने कुछ दिन पहले ही इस प्रस्ताव को पेश किया था, इस प्रस्ताव के पीछे सरकारा की मंशा कबाड़ हो चुके वाहनों को कम करना है। यह सुझाव केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी द्वारा सोसाइटी ऑफ इंडियन ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स (सियाम) के साथ एक मीटिंग में दिया गया था।

हालांकि मीटिंग में नितिन गडकरी द्वारा नए वाहनों पर 3 प्रतिशत तक की छूट का सुझाव दिया गया था, मगर वाहन निर्माता 1 प्रतिशत छूट देने के लिए सहमत हुए। मीडिया रिपोर्टस के अनुसार वाहन निर्माता कंपनियां इस फेस्टिव सीजन के दौरान इस नीति को तुरंत प्रभाव से लागू नहीं करना चाहती हैं क्योंकि कोरोनावायरस के बाद लगे लॉकडाउन से मार्जिन पहले ही काफी कम है। ऐसे में यदि यह नीति तुरंत प्रभाव से लागू होती है तो यह ऑटो सेक्टर बिजनेस पर बुरा असर डालेगी।

बता दें कि देश में इस साल 1 अप्रैल से वाहनों और ईंधन के लिए बीएस-6 उत्सर्जन (emmision) के प्रावधान लागू कर दिए गए हैं। हालांकि अब भी पुराने वाहनों पर क्या नीति हो यह स्पष्ट नहीं है। इसके चलते प्रदूषण फैलाने वाले वाहनों को लेकर अब तक कोई फैसला नहीं हो सका है। इस संबंध में एक ड्राफ्ट पॉलिसी पीएमओ को दी गई है और उस पर मंजूरी का इंतजार किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि पीएमओ की राय है कि पुरानी गाड़ियों के मालिकों को कार को स्क्रैप करने पर इन्सेंटिव दिया जाना चाहिए।

इस बीच कार कंपनियों का कहना है कि अभी इस पॉलिसी को स्थगित ही रखना चाहिए। कंपनियों का कहना है कि फेस्टिव सीजन के बाद कैसी डिमांड रहती है, उसकी समीक्षा किए जाने के बाद ही इसे लागू करने का फैसला लिया जाएगा। हालांकि अब तक इस पर ऑटो कंपनियों की ओर से कोई आधिकारिक जानाकारी नहीं दी गई है। सूत्रों के मुताबिक पुराने वाहन को स्क्रैप करने पर सरकार नई कारों की खरीद पर रजिस्ट्रेशन चार्ज और रोड टैक्स में भी छूट देने का प्लान बना रही है।