लर्निंग ऐप बायजू के फाउंडर ने नई इबारत लिख दी है। वह नए भारतीय अरबपति बने हैं। कभी दो लाख रुपए लगाकर कोचिंग क्लास शुरू करने वाले कन्नूर के अझीकोड गांव के रविंद्रन अब अरबपति बन गए हैं। रविंद्रन की संपत्ति 6 अरब डॉलर हो गई है। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, उनकी कंपनी थिंक एंड लर्न ने इस महीने 15 करोड़ डॉलर की फंडिग जुटाई है। बायजू की कंपनी की वैल्यू अब 5.7 अरब डॉलर यानी 39,330 करोड़ रुपये हो गई है। 37 साल की उम्र में रविंद्रन देश के नए अरबपति बन गए हैं।

रविंद्रन को शिक्षा विरासत में मिली उनके मां-बाप टीचर हैं। रविंद्रन का स्कूल में मन नहीं लगता था। वह फुटबॉल और हॉकी खेलने चले जाया करते थे और घर पर ही पढ़ाई करते थे। बाद में उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की और इंजीनियर बने। वह अपने दोस्तों को बड़े कॉलेजों की प्रवेश परीक्षा पास कराने में मदद करते थे।रविंद्रन बताते हैं कोचिंग के लिए भीड़ इतनी ज्यादा हो जाती थी कि क्लास में भीड़ होने के बाद वो स्टेडियम में पढ़ाया करते थे। उन्होंने साल 2011 में थिंक एंड लर्न ऐप लॉन्च किया जिसमें ऑनलाइन पढ़ने और सीखने का विकल्प मौजूद था।

इसके बाद साल 2015 में उन्होंने मेन ऐप लॉन्च किया।इस ऐप के 3.5 करोड़ यूजर, 24 लाख पेड सब्सक्राइबर हैं। रवींद्रन का कहना है कि ऑनलाइन लर्निंग में बायजू तेजी से बढ़ रहा है। इसका रेवेन्यू दोगुना से भी अधिक होने की उम्मीद है। मार्च 2020 तक इसका रेवेन्यू 3,000 करोड़ ($ 435 मिलियन) पहुंचने की उम्मीद है।

कंपनी को लेकर एक बड़ी खबर ये भी है कि कंपनी अमेरिका की वॉल्ट डिज्नी के साथ जुड़ सकती है। कंपनी 2020 तक अमेरिका में भी अपना बिजनेस शुरू कर देगी। बायजू ऐप जब मार्केट में आया तो इसने फेसबुक जैसी बड़ी कंपनी का भी ध्यान अपनी ओर खींचा।साल 2016 में मार्क जकरबर्ग फाउंडेशन और अन्य चार कैपिटल वेंचर ने बायजू को  50 मिलियन डॉलर (333 करोड़ रुपये) का फंड दिया था।