Share Market Crash: भारतीय शेयर बाजार में आज (19 दिसंबर 2024) बड़ी गिरावट दर्ज की गई। पिछले कई दिनों की तरह आज भी दोनों प्रमुख सूचकांक लाल रंग के निशान पर बंद हुए। बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) कारोबार बंद होने के समय 964 (1.20 प्रतिशत) अंक गिरकर बंद हुआ। वहीं एनएसई निफ्टी 247.15 (1.02 प्रतिशत) गिरा।
कारोबार बंद होने के समय निफ्टी 50 23,951 रुपये पर कारोबार कर रहा था। जबकि बीएसई सेंसेक्स 79,218 पॉइन्ट पर कारोबार करता दिखा।
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शुरुआत भी हुई गिरावट के साथ
आपको बता दें कि यूएस फेड कट रेट के फैसले के बाद दुनियाभर के बाजारों में गिरावट आई है। अमेरिकी बाजार बुधवार (18 दिसंबर 2023) को 1974 के बाद की सबसे बड़ी गिरावट के साथ बंद हुआ। यूएस फेड कट फैसले का असर भारत में भी दिखाई दिया और आज सुबह बाजार लाल रंग के निशान पर खुला।
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सेंसेक्स शुरुआती कारोबार में 1,162.12 अंक की गिरावट के साथ 79,020.08 अंक पर खुला। वहीं एनएसई निफ्टी 328.55 अंक फिसलकर 23,870.30 अंक पर कारोबार करता दिखा।
क्यों फिसला शेयर बाजार
अमेरिकी फेडरल रिजर्व की तरफ से अगले साल ब्याज दरों में कम कटौती के संकेत के बाद गुरुवार (19 दिसंबर 2024) को दुनियाभर के शेयर बाजारों में जबरदस्त बिकवाली देखी गई। इसके चलते घरेलू शेयर बाजार का मानक सूचकांक सेंसेक्स करीब 965 अंक टूटकर 80,000 अंक के स्तर से नीचे आ गया। विश्लेषकों ने कहा कि विदेशी कोषों की निकासी जारी रहने के बीच टिकाऊ उपभोक्ता उत्पाद, बैंकिंग और सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों में आई भारी गिरावट ने भी निवेशकों की धारणा पर प्रतिकूल असर डाला। वैश्विक एवं घरेलू दोनों स्तरों पर नकारात्मक संकेत मिलने से घरेलू शेयर बाजार लगातार चौथे दिन गिरावट के साथ बंद हुए।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘‘ब्याज दरों पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व के आक्रामक रुख अपनाने से वैश्विक स्तर पर हुई बिकवाली के बाद भारतीय बाजार में व्यापक गिरावट देखी गई। ब्याज दरों को लेकर संवेदनशील बैंकिंग एवं रियल एस्टेट जैसे क्षेत्रों पर इसका खासा असर पड़ा।’’ नायर ने कहा, ‘‘हालांकि, ब्याज दर स्थिर रखने के बैंक ऑफ जापान के फैसले ने अर्थशास्त्रियों को चौंका दिया, जिससे बिकवाली का दबाव कम करने में थोड़ी मदद मिली। इसके बावजूद विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली के बीच निवेशक सतर्क बने रहे।’’
Sensex पर किन कंपनियों को नुकसान
सेंसेक्स की कंपनियों में से इन्फोसिस, बजाज फिनसर्व, जेएसडब्ल्यू स्टील, बजाज फाइनेंस, एशियन पेंट्स, आईसीआईसीआई बैंक, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, टाटा मोटर्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयर नुकसान के साथ बंद हुए। इसके उलट, सन फार्मा, पावर ग्रिड और हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयरों में तेजी दर्ज की गई।
अन्य एशियाई बाजार भी लुढ़के
एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया के कॉस्पी, चीन के शंघाई कम्पोजिट, जापान के निक्की और हांगकांग के हैंगसेंग में गिरावट रही। यूरोपीय बाजार नकारात्मक दायरे में कारोबार कर रहे थे। बुधवार (18 दिसंबर 2024) को अमेरिकी बाजार भारी गिरावट के साथ बंद हुए थे। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बुधवार को 1,316.81 करोड़ रुपये मूल्य के शेयर बेचे। वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.08 प्रतिशत गिरकर 73.33 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया। बीएसई सेंसेक्स बुधवार को 502.25 अंक गिरकर 80,182.20 अंक पर और एनएसई निफ्टी 137.15 अंक के नुकसान के साथ 24,198.85 पर बंद हुआ था।
एजेंसी इनपुट के साथ