बीकानेर के तीन अग्रवाल परिवारों के स्वामित्व वाले ब्रांड्स ने साल 2018 कैलेंडर में रिकॉर्ड एक बिलियन डॉलर स्नैक्स बेचे। ये भारत के कुल पैक स्नैक्स मार्केट की एक चौथाई से अधिक की कमाई है। देसी नमकीन सेगमेंट में भी आधे ज्यादा इसी का कब्जा है। नीलसन डेटा ने इंडस्ट्री से जुड़े अधिकारियों के हवाले से बताया हल्दीराम, बीकाजी और बीकानेरवाला ने साल में 7,042 करोड़ रुपए की बिक्री की। असल में आलू के चिप्स जैसे पश्चिमी स्नैक्स पर पैक नमकीन के लिए बढ़ती उपभोक्ता पसंद के कारण इन तीनों ने पिछले साल करीब 1500 करोड़ की बिक्री बढ़ाई है। ऐसे में, पश्चिमी राज्य राजस्थान की पेप्सिको और आईटीसी जैसी बाहरी कंपनियों से अग्रवाल परिवार को मदद मिली।
हल्दीराम संस्थापक परिवार में चौथी पीढ़ी के कमल अग्रवाल (45) ने बताया, ‘भुजिया का व्यापार हमारे खून में है। पिछले 80 सालों से हम यह काम कर रहे हैं। पूरे परिवार को शामिल करने के साथ, ब्रांड स्वामित्व की भावना अधिक होती है, जिसे कोई कंपनी मैच नहीं कर सकती।’ उन्होंने कहा कि इसमें तेजी से निर्णय लेना होता है और उपभोक्ता मामले में हम बाजार की नब्ज समझते हैं।
बता दें कि परिवार ने साल 1937 में बीकानेर में एक छोटी से दुकान ने अपना व्यापार शुरू किया था। विवादों और टूट-फूट के बाद इसमें समृद्धि हुई और व्यापार में बढ़ोतरी हुई। इसमें हल्दीराम सबसे बड़ा ब्रांड है। परिवार के स्वामित्व वाले लेबल में बीकानेरवाला, भीखाराम चंदामल, बीकाजी और बीकानो शामिल हैं।
हल्दीराम ने दो साल पहले भारत के शीर्ष स्नैक्स निर्माता के रूप में पेप्सिको को पीछे छोड़ दिया और 2018 में 5,532 करोड़ रुपए के उत्पाद बेचे। कंपनी की तीन भौगोलिक इकाईयां हैं, जिनमें नोर्थ में हल्दीराम मैन्युफैक्चरिंग, वेस्ट और साउथ में हल्दीराम फूड और ईस्ट में हल्दीराम भुजियावाल हैं।

