State Bank of India Cards IPO: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई की क्रेडिट कार्ड यूनिट का आईपीओ इस तिमाही में ही आ सकता है। एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने इकनॉमिक टाइम्स से बातचीत में यह बात कही। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की ओर से सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी ऑफ इंडिया का आईपीओ लाने के ऐलान के बीच यह अहम खबर है। जानकारों के मुताबिक एसबीआई कार्ड्स का आईपीओ शेयर बाजार में धूम मचा सकता है।

देश की सबसे बड़ी क्रेडिट कार्ड कंपनी एसबीआई कार्ड्स ने आईपीओ के जरिए 9,600 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। मार्केट के जानकारों का मानना है कि बैंकिंग क्षेत्र की भरोसेमंद कंपनी की यूनिट का आईपीओ शेयर बाजार में धमाल कर सकता है। बता दें कि नवंबर, 2019 में ही भारतीय स्टेट बैंक ने एसबीआई कार्ड्स की 4 फीसदी हिस्सेदारी का आईपीओ के जरिए विनिवेश करने का ऐलान किया था। भारत के क्रेडिट मार्केट में एसबीआई की सहयोगी यह कंपनी सबसे बड़ी हिस्सेदारी रकती है।

कंपनी में एसबीआई की है 74 फीसदी हिस्सेदारी: भारतीय रिजर्व बैंक में एसबीआई कार्ड्स का गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी के तौर पर रजिस्ट्रेशन है। एसबीआई कार्ड्स की ग्रोथ में फाइनेंशियल ईयर 2019 में 36 फीसदी का लाभ हुआ था। फिलहाल एसबीआई कार्ड्स में स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की 74 फीसदी हिस्सेदारी है, जबकि सीए रोवर होल्डिंग्स की 26 फीसदी हिस्सेदारी है।

एसबीआई कार्ड्स के 82 लाख ग्राहक: कंपनी के 31 मार्च, 2019 के डाटा के मुताबिक देश भर में एसबीआई के कुल 82.71 लाख क्रेडिट कार्ड धारक हैं। फाइनेंशियल ईयर 2019 में एसबीआई कार्ड्स के जरिए 1,07,350 करोड़ रुपये की खरीददारी की गई थी, जो बीते साल के मुकाबले 35 फीसदी अधिक थी।

भरोसे के चलते मार्केट में मचा सकता है धूम: जानकारों का मानना है कि लगातार ग्रोथ कर रही एसबीआई कार्ड्स को शेयर मार्केट में जोरदार उछाल देखने को मिल सकती है। सरकारी क्षेत्र के बैंक की भरोसेमंद कंपनी होने के चलते निवेशकों का काफी उत्साह दिखने की संभावना है।