एफएमसीजी सेक्टर से लेकर हर्बल प्रोडक्ट्स तक में दखल रखने वाली बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद अब मिठाई भी बेच रही है। पतंजलि ने गुलाम जामुन और रसगुल्ला भी बेचना शुरू किया है। पतंजलि आयुर्वेद ने एक ट्वीट में इसकी जानकारी दी है। वोकल फॉर लोकल और गुलाब जामुन हैशटैग के साथ किए ट्वीट में पतंजलि ने जानकारी दी है कि इसे गाय के दूध और गुलाब जल से बनाया गया है। बता दें कि पतंजलि आयुर्वेद ने इन दिनों कोरोना संकट को देखते हुए इम्यूनिटी बूस्टर प्रोडक्ट्स का बड़े पैमाने पर प्रचार शुरू किया है। च्यवनप्राश से लेकर शहद और मुरब्बा तक का कंपनी इम्युनिटी बूस्टर के तौर पर प्रचार कर रही है।

हाल ही में पतंजलि ने कोरोनिल नाम से कोरोना से निपटने के दावे के साथ दवा लॉन्च की थी। इस पर तमाम विवाद के बाद कंपनी ने अब कोरोनिल को भी इम्युनिटी बूस्टर के तौर पर बेचना शुरू किया है। यही नहीं पतंजलि च्यवनप्राश को भी कंपनी इन दिनों इम्युनिटी बूस्टर के तौर पर बेच रही है। एफएमसीजी सेक्टर के जानकारों के मुताबिक च्यवनप्राश की इन दिनों नेचुरल इम्युनिटी बूस्टर के तौर पर मांग बढ़ी है।

गौरतलब है कि बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद का टर्नओवर करीब 10,000 करोड़ रुपये का है। बिस्किट, घी, दंत मंजन, च्यवनप्राश समेत तमाम प्रोडक्ट्स में पतंजलि ने अपनी पैठ बनाई है और बड़ा मार्केट शेयर कब्जाया है। पतंजलि के चलते डाबर इंडिया और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी दिग्गज एफएमसीजी सेक्टर की कंपनियों का कारोबार भी प्रभावित हुआ है।

यही नहीं बीते साल दिवालिया हुई कंपनी रुचि सोया ने भी पतंजलि के बैनर तले जबरदस्त ग्रोथ की है। दिसंबर 2019 में कंपनी ने रुचि सोया का अधिग्रहण किया था और तब से अब तक रुचि सोया के शेयरों में 8400 पर्सेंट तक का इजाफा हुआ है।