योग गुरु बाबा रामदेव कई वर्षों से दुनियाभर के लोगों को योग करा रहा हैं। साथ ही लोगों को बीमारियों से दूर रखने के लिए बाबा रामदेव ने पतंजलि आयुर्वेद के नाम से एक कंपनी भी बनाई है। इसकी शुरुआत एक आयुर्वेदिक दवा कंपनी के रूप में हुई थी। अब यह एक एफएमसीजी कंपनी बन चुकी है। वित्त वर्ष 2020-21 में पतंजलि का टर्नओवर 30 हजार करोड़ रुपए के पार पहुंच गया है।
अब बाबा रामदेव लोगों को कमाई का योग कराने के बारे में सोच रहे हैं। इसके लिए पतंजलि का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी आईपीओ लॉन्च करने पर काम चल रहा है। इकोनॉमिक्स टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में बाबा रामदेव ने कहा है कि चालू वित्त वर्ष के अंत तक पतंजलि के आईपीओ पर फैसला हो जाएगा। इसके साथ बाबा रामदेव ने इसी साल पतंजलि का आईपीओ लॉन्च होने की अटकलों पर विराम लगा दिया।
अभी रुचि सोया के एफपीओ में व्यस्त हैं योग गुरु: पतंजलि आयुर्वेद की सब्सिडियरी रुचि सोया 4300 करोड़ रुपए का फॉलो-ऑन पब्लिक ऑफर (एफपीओ) लेकर आ रही है। अभी बाबा रामदेव इसी को लेकर व्यस्त हैं। बाबा रामदेव रुचि सोया के एफपीओ को लेकर लगातार निवेशकों से बातचीत कर रहे हैं। इसमें रुचि सोया के मौजूदा और संभावित निवेशक शामिल हैं। बाबा रामदेव का कहना है कि रुचि सोया के एफपीओ के लिए शुरुआत में निवेशकों की मजबूत प्रतिक्रिया मिल रही है।
रुचि सोया को एफएमसीजी कंपनी बनाएंगे: बाबा रामदेव ने कहा कि हम रुचि सोया में बदलाव की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं। अभी कंपनी पूरी तरह से कमोडिटी कारोबार कर रही है। आने वाले दिनों में कंपनी का कमोडिटी कारोबार केवल 20% रह जाएगा। बाकी का कारोबार एफएमसीजी सेगमेंट का होगा। रामदेव ने कहा कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि रुचि सोया का कमोडिटी कारोबार साइज में ग्रोथ करे। खासतौर पर खाद्य तेलों के कारोबारों में ग्रोथ पर फोकस करेंगे। हम पाम तेल के पेड़ भी लगाना चाहते हैं।
रुचि सोया ने खरीदी पतंजलि की बिस्कुट-नूडल यूनिट: पिछले महीने रुचि सोया ने पतंजलि की बिस्कुट और नूडल्स यूनिट को खरीदा था। यह सौदा 60 करोड़ रुपए में हुआ था। बाबा रामदेव का कहना है कि हम यह सुनिश्चित करेंगे कि पतंजलि और रुचि सोया अपने अलग-अलग उत्पाद लेकर आएं। वित्त वर्ष 2021 में पतंजलि का कुल टर्नओवर 30 हजार करोड़ रुपए रहा है। इसमें रुचि सोया की हिस्सेदारी 16,318 करोड़ रुपए रही है।