योग गुरु बाबा रामदेव ने बताया है कि पतंजलि ऐसा कदम उठाने जा रही है, जिससे 2 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा की विदेशी मुद्रा बचेगी। पतंजलि योगपीठ के 26वें स्थापना दिवस पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए रामदेव ने यह बात कही।

रामदेव ने कहा, ‘‘हम चाहते हैं कि हमारा देश खाद्य तेल के मामले में आत्मनिर्भर हो जाए। हम इंडोनेशिया और मलेशिया पर अपनी निर्भरता खत्म करना चाहते हैं।’’ उन्होंने बताया कि पतंजलि भारत में ऑयल पाम वृक्षारोपण और सरसों के तेल का उत्पादन बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर कदम उठाने जा रही है, जिससे 2.5 लाख करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा बचेगी।

रामदेव ने आगे कहा, ‘‘इस समय पतंजलि योगपीठ और रूचि सोया का बाजार पूजीकरण 1.5 लाख करोड़ रुपये से दो लाख करोड़ रुपये के बीच है। हमारा अगला लक्ष्य हिंदुस्तान यूनिलीवर की तरह कोलगेट, नेस्ले, कोका कोला, पेप्सी और उनकी सहायक जैसी विदेशी बहुराष्ट्रीय कंपनियों को उखाड़ना है।’’

बता दें कि रामदेव की पतंजलि आयुर्वेद ने 4,350 करोड़ रुपये मे रूचि सोया का अधिग्रहण किया था। रूचि सोया न्यूट्रीला ब्रांड से उत्पाद बेचती है। हाल ही में रूचि सोया इंडस्ट्रीज लि. के शेयरधारकों ने योग गुरू बाबा रामदेव, उनके छोटे भाई राम भारत और उनके करीबी सहयोगी आचार्य बालकृष्ण को कंपनी के निदेशक मंडल में शामिल किये जाने को मंजूरी दी है।

पतंजलि की बात करें तो वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी के मुनाफे में 21.56 फीसदी का इजाफा हुआ है। कंपनी का प्रॉफिट बढ़कर 424.72 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है। वित्त वर्ष 2019-20 में कंपनी का कुल रेवेन्यू 9,088 करोड़ रुपये था।