पतंजलि आयुर्वेद के सीईओ आचार्य बालकृष्ण देश के टॉप 100 अमीरों की लिस्ट में 66वें पायदान पर हैं। फोर्ब्स की ओर से भारत के 100 अमीरों कि लिस्ट में उनकी संपत्ति 2.22 अरब डॉलर यानी 16,200 करोड़ रुपये आंकी गई है। इसके साथ ही अमीरों की सूची में वह बीते साल के मुकाबले 31 पायदान ऊपर आ गए हैं। 2019 में फोर्ब्स ने उन्हें शीर्ष 100 अमीरों की सूची में 97वें नंबर पर रखा गया था और उनकी दौलत 1.47 अरब डॉलर यानी 10,700 करोड़ रुपये आंकी गई थी। हालांकि 2018 के मुकाबले अब भी उनकी पूंजी काफी कम है। फोर्ब्स की 2018 की लिस्ट में पतंजलि आयुर्वेद के मुखिया आचार्य बालकृष्ण की संपदा 35,000 करोड़ रुपये से ज्यादा थी।
बाबा रामदेव के सहयोगी आचार्य बालकृष्ण 2018 की लिस्ट में 25वें नंबर पर थे। फोर्ब्स की लिस्ट में इतनी ऊंची रैंकिंग हासिल करने वाले आचार्य़ बालकृष्ण की एंट्री ने सभी को चौंका दिया था। कोरोना काल में भी बीते साल के मुकाबले उनकी संपत्ति में करीब 6,000 करोड़ रुपये का इजाफा हुआ है। जानकारों के मुताबिक इसकी वजह पतंजलि आयुर्वेद ग्रुप की सेल में लॉकडाउन के दौरान हुआ इजाफा है। इसके अलावा पतंजलि के हर्बल प्रोडक्ट्स और इम्युनिटी बूस्टर उत्पादों की मांग में भी तेजी देखने को मिली है।
पतंजलि आयुर्वेद में आचार्य बालकृष्ण की 98.5 पर्सेंट हिस्सेदारी है। बाबा रामदेव के ग्रुप में नंबर दो कहे जाने वाले आचार्य बालकृष्ण ग्रुप की प्लानिंग और प्रोडक्शन के काम को देखते हैं। हाल में उन्होंने पतंजलि आयुर्वेद समूह की कंपनी रुचि सोय़ा के एमडी पद से इस्तीफा दे दिया था। कंपनी के मुताबिक अत्यधिक व्यस्तता के चलते उन्होंने पद छोड़ने का फैसला लिया था। अब उनकी जगह बाबा रामदेव के छोटे भाई राम भरत को रुचि सोया का एमडी बनाया गया है। इस कंपनी का पतंजलि ग्रुप ने बीते साल ही अधिग्रहण किया था।
हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में थे 18वें नंबर पर: गौरतलब है कि हाल ही हुरुन इंडिया रिट लिस्ट में पतंजलि आयुर्वेद के मुखिया आचार्य बालकृष्ण को अमीरों की सूची में 18वें पायदान पर रखा गया था। इसके अलावा उनकी संपत्ति 46,800 करोड़ रुपये आंकी गई थी। इस लिहाज से देखें तो फोर्ब्स इंडिया और हुरुन इंडिया रिच लिस्ट में आचार्य बालकृष्ण की संपत्ति में बड़ा अंतर दिखता है।

