योग गुरु बाबा रामदेव की कंपनी पतंजलि आयुर्वेद ने भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) के साथ मिलकर स्वदेशी सिम बाजार में नहीं उतारा है। न ही उनकी कंपनी ने टेलीकॉम जगत में कदम रखा है। सोमवार (28 मई) को रामदेव की पतंजलि और बीएसएनएस के बीच साझेदारी होने को लेकर मीडिया में कई खबरें आई थीं। पतंजलि ने इन्हीं पर सफाई जारी की है और कहा है कि यह कहना सरासर गलत होगा कि वह टेलीकॉम सेक्टर में कदम रखने की योजना बना रही थी। हालांकि, पतंजलि ने यह जरूर स्पष्ट किया कि उसने बीएसएनएल के साथ आई है, जिसके अंतर्गत उसके कर्मचारियों और संबंधित संगठनों को निचली दरों पर कॉलिंग की सेवा मिलेगी।

आपको बता दें कि सोमवार को मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि रामदेव की पतंजलि ने भारतीय बाजार में स्वदेशी सिम उतारा। कहा गया कि पतंजलि ने स्वदेशी समृद्धि नाम का सिम पेश किया, जिसके साथ वह 144 रुपए का प्लान भी लाई। कंपनी के इस कदम को टेलीकॉम उद्योग में एंट्री के तौर पर बताया गया। मगर रिपोर्ट्स में बताई गई ये बातें पूरी तरह से सच नहीं निकलीं।

असल बात बाद में पतंजलि ने खुद बताई है। कंपनी ने प्रेस विज्ञप्ति के जरिए कहा कि 144 रुपए वाले बीएसएनएल के नए प्लान में उसके कर्मचारियों को असीमित लोकल व एसटीडी कालिंग, प्रतिदिन दो जीबी डेटा और 100 मुफ्त एसएमएस मिलेंगे। मगर यह प्लान सिर्फ और सिर्फ उसकी कंपनी के कर्मचारियों के लिए ही होगा।

आगे कहा गया, “हम बीएसएनएल के साथ निचली दरों पर कॉलिंग और बाकी सुविधाएं पाने के लिए आए हैं, ताकि देश भर में हमारे कार्यकर्ताओं और कर्मियों को ये सुविधाएं मिल सकें।” विज्ञप्ति के मुताबिक, जारी किए गए सिम पतंजलि की स्वदेशी मुहिम के अंतर्गत बताए जा रहे हैं, जो कि भारत में बनी हुई चीजों को बढ़ावा देती है और उसका प्रचार-प्रसार करती है।