जानी-मानी आईटी कंपनी विप्रो लिमिटेड के कार्यकारी अध्यक्ष अजीम प्रेमजी 30 जुलाई को रिटायर होंगे। गुरुवार (छह जून, 2019) को यह जानकारी कंपनी की ओर से दी गई। कहा गया वह आगे गैर-कार्यकारी निदेशक और संस्थापक अध्यक्ष के रूप में निदेशक मंडल में बने रहेंगे, जबकि बेटे मुख्य रणनीति अधिकारी और निदेशक मंडल के सदस्य रिशद प्रेमजी कंपनी के कार्यकारी अध्यक्ष का पद संभालेंगे।
विप्रो के बयान के मुताबिक, “भारतीय प्रौद्योगिकी उद्योग के दिग्गज और विप्रो लि. के संस्थापक अजीम प्रेमजी मौजूदा कार्यकाल पूरा करने के बाद कार्यकारी अध्यक्ष पद से 30 जुलाई 2019 को सेवानिवृत्त होंगे। 53 साल कंपनी की अगुवाई करने के बाद वह रिटायर हो रहे हैं। हालांकि, वह गैर-कार्यकारी निदेशक व संस्थापक चेयरमैन बने रहेंगे।’’
अजीम (73) को पिता की मौत की वजह से 1996 में इंजीनियरिंग की पढ़ाई छोड़नी पड़ी थी। वह तब 21 साल के थे और अमेरिका की स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ते, तभी अचानक से कारोबार का दारोमदार उनके कंधों पर आ गया था। हालांकि, सन 2000 में उन्होंने अपनी डिग्री पूरी की।
अजीम का परिवार पहले से वनस्पति तेल के कारोबार में था, जिसे उन्होंने न केवल बखूबी चलाया, बल्कि बढ़ाया भी। यही वजह है कि उन्होंने विप्रो को शीर्ष आईटी कंपनी का दर्जा दिलाया। काम के अलावा वह फिलान्थ्रोपी में खासा दिलचस्पी रखते हैं। खासकर सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर को सुधारने को लेकर। साल 2018 में उन्हें इन्हीं दोनों चीजों के लिए मशहूर पत्रिका फोर्ब्स इंडिया के लीडरशिप अवॉर्ड्स में लाइफटाइम अचीवमेंट के सम्मान से नवाजा गया। उन्हें इसके अलावा 2011 में पद्म विभूषण सम्मान भी मिल चुका है।
प्रेमजी का आईटी सेक्टर के लिए सबसे बड़ा योगदान यह रहा कि वह ऐसी चीजें तलाशते थे, जो कि देश के कॉरपोरेट जगत में पहले नहीं आई थीं। इसी क्रम में 1981 में उन्होंने कुछ देशों के सहयोग से 16-बिट वाला मल्टी टास्किंग कंप्यूटर तैयार कराया। आगे देश की पहली प्रोडक्ट कंपनी यानी कि विप्रो सिस्टम्स की नींव रखी, जिसने इंस्टाप्लान (प्रोजेक्ट प्लानिंग सॉफ्टवेयर) लॉन्च किया।
उन्हें ट्रेकिंग और फिल्में देखना खासा पसंद है। दिवंगत जहांगीर रतन जी दादाभाई टाटा (जेआरडी टाटा) को वह अपना आईकन मानते हैं और अपनी कंपनी का लगभग 8.6 फीसदी स्टेक (लगभग साढ़े आठ हजार करोड़ रुपए) अजीम प्रेमजी फाउंडेशन को देते हैं। पत्नी यास्मीन से उन्हें दो बच्चे हैं, जो कि रिशाद और तारिक हैं। बता दें विप्रो आज दुनिया की दूसरी सबसे बजडी हाइड्रॉलिक सिलेंडर बनाने वाली कंपनी है।