एसोचैम की एक ताजा रिपोर्ट में कहा गया है कि कृषि आधारित उद्योगों के चालू वित्तवर्ष की आगामी तिमाहियों में बिक्री और मुनाफे में 15 से 45 प्रतिशत के वृद्धि की उम्मीद है जिसका कारण बेहतर बरसात के कारण ग्रामीण मांग में आने वाली तेजी है। इसमें कहा गया है कि महिन्द्रा एंड महिन्द्रा, रैलिस इंडिया और जैन इरीगेशन जैसी मध्यम एवं बड़ी पूंजी वाली कृषि आधारित कंपनियों का प्रदर्शन सुधरने की उम्मीद है। एसोचैम के अध्यक्ष सुनील कनोरिया ने एक बयान में कहा,‘मॉनूसन के भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ होने के साथ यह कोई आश्चर्य नहीं होगा कि बेहतर बरसात न केवल कृषि संबंधित क्षेत्रों में संलग्न कंपनियों के लिए बेहतर मौके लेकर आएगी बल्कि यह कुल वृहद आर्थिक परिदृश्य के लिए लाभकारी होगा।’
एसोचैम ने ‘मॉनसूनी बरसात का कृषि संबंधित कंपनियों के लिए सौभाग्य’ नामक अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भरपूर बरसात से लाभ में रहने वाली कंपनियों में सिंचाई आधारभूत ढांचा, कृषि उपकरणों को बनाने वाली कंपनियां, बीज विकासकर्ता कंपनियां, खाद्य प्रसंस्करण करने वाली कंपनियां शामिल होंगी।’ इसमें कहा गया है कि कृषि लागतों के लिए ग्रामीण मांग में पर्याप्त सुधार से उर्वरकों, बीजों, कृषि उपकरणों, खाद्य प्रसंस्करण एवं उपभोक्ता खपत को काफी लाभ होगा। रिपोर्ट में कहा गया है कि बेहतर मानसून के कारण महिन्द्रा एंड महिन्द्रा के ट्रैक्टरों की बिक्री अगले सात महीनों में 15 प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद है।
इसमें कहा गया है कि एस्कॉर्ट्स और वीएसटी टिलर्स ट्रैक्टर्स सहित प्रमुख ट्रैक्टर और कृषि उपकरण बनाने वाली कंपनियां द्वारा आय और शुद्ध लाभ दोनों स्तर पर बेहतर प्रदर्शन करने की उम्मीद है। इसी प्रकार से टाटा समूह की सहायक कंपनी रैलिस इंडिया के द्वारा मॉनसून के महीनों में 33.58 प्रतिशत अधिक बिक्री की संभावना की उम्मीद है जबकि कोरोमंडल इंटरनेशनल के द्वारा चालू वित्तवर्ष के अगले सात महीनों में बिक्री में 19.82 प्रतिशत के वृद्धि देखने की उम्मीद है।