रिलायंस ग्रुप के मालिक अनिल अंबानी की मुश्किलें कम होने का नाम ही नहीं ले रही हैं। ताजा मामला अनिल अंबानी ग्रुप की दो कंपनियों के ऑडिटर्स के कंपनी छोड़ने का है। बता दें कि रिलायंस ग्रुप की कंपनियों रिलायंस पॉवर और रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के ऑडिटर BSR & CO. ने अपना पद छोड़ दिया है। रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पॉवर ने शुक्रवार को स्टॉक एक्सचेंज को भी इस बारे में जानकारी दे दी है।
कंपनी ने अपने बयान में कहा है कि BSR एंड कंपनी ने 9 अगस्त, 2019 को कंपनी के ऑडिटर के पद से इस्तीफा दे दिया है। बयान के अनुसार, बीएसआर एंड कंपनी ने बीती 14 जून को वित्तीय वर्ष 2018-19 की वार्षिक रिपोर्ट का मूल्यांकन करने के बाद आगे अपनी जिम्मेदारी को जारी रखने में असमर्थता जतायी है।
बता दें कि बीती 14 जून की ऑडिट रिपोर्ट में ऑडिटर्स ने रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के इंटर-कॉरपोरेट डिपॉजिट को लेकर चिंता जाहिर की थी। इसके साथ ही ऑडिटर ने निवेश, प्राप्य और एडवांस से मिले 7082.96 करोड़ रुपए को लेकर भी चिंता जतायी थी। इससे पहले 8 जून की ऑडिट रिपोर्ट में भी बताया था कि वित्तीय वर्ष 2019 के दौरान कंपनी ने इंटर-कॉरपोरेट के रुप में विभिन्न कंपनियों से 403 करोड़ रुपए का डिपॉजिट लिया।
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ऑडिटर्स का कहना है कि कंपनी ने इन डिपॉटिज के बारे में उन्हें समुचित और पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं करायी है। बहरहाल रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पॉवर ने एक बयान जारी कर बताया है कि अब Pathak HD & Associates दोनों कंपनियों के ऑडिटर की जिम्मेदारी संभालेगी और यह 31 मार्च, 2020 तक इस पद पर बनी रहेगी।
उल्लेखनीय है कि बीते 3 माह के दौरान रिलायंस ग्रुप की कंपनियों के 4 ऑडिटर अपने पद छोड़ चुके हैं। इसी साल जून में रिलायंस कैपिटल और रिलायंस होम फाइनेंस के ऑडिटर PWC ने भी अपना पद छोड़ दिया था। सूत्रों के अनुसार, रिलायंस कैपिटल PWC के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने पर भी विचार कर रही है।