कर्ज के बोझ में दबे अनिल अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस होम फाइनेंस के संपत्ति की बिक्री प्रक्रिया चल रही है। इसमें पांच कंपनियों ने दिलचस्पी दिखाई है। जिन पांच कंपनियों ने बोली जमा की है उनमें एसेट री-कंस्ट्रक्शन कंपनी इंडिया लिमिटेड और ऑथम इन्वेस्टमेंट एंड इंफ्रा लिमिटेड भी शामिल हैं।
बहरहाल, किसके हिस्से रिलायंस होम फाइनेंस की संपत्ति आती है, ये आने वाले दिनों में तय हो जाएगा लेकिन क्या आपको पता है कि अनिल अंबानी की इस कंपनी पर बीते वित्त वर्ष के आखिरी महीने तक 5 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का डिफॉल्ट था। रिलायंस होम फाइनेंस की सालाना रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी पर मार्च 2020 तक 5,231 करोड़ रुपये का डिफॉल्ट था। मतलब ये कि जिन कंपनियों से कर्ज लिए गए थे, उसे समय पर नहीं चुकाया गया। रिलायंस होम फाइनेंस का ये डिफॉल्ट प्राइवेट और सरकारी, दोनों तरह के बैंकों का था।
कौन कौन से बैंक शामिलः कर्ज देने वाले बैंकों में यस बैंक, आईडीबीआई बैंक, एक्सिस बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक, कर्नाटका बैंक, इंडियन बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, सिंडिकेट बैंक, पंजाब नेशनल बैंक, पंजाब एंड सिंध बैंक, फेडरल बैंक, लक्ष्मी विलास बैंक, यूको बैंक, विजया बैंक भी शामिल हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक इनमें सबसे ज्यादा कर्ज यस बैंक का था।
यस बैंक के करीब 378 करोड़ रुपये समय पर नहीं चुकाए जा सके। वहीं, सबसे कम कर्ज आईसीआईसीआई बैंक का करीब 4 करोड़ रुपये था। देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक एसबीआई के 68 करोड़ रुपये भी डिफॉल्ट की सूची में शामिल है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक रिलायंस होम फाइनेंस पर लोन 13 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है। हालांकि, एक साल पहले के मुकाबले लोन की राशि में कमी भी आई है। एक साल पहले लोन की रकम 16 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा थी।