कर्ज में डूबे अनिल अंबानी की कुछ ही कंपनियां हैं जो मुनाफे में हैं। इनमें से एक कंपनी रिलायंस पावर है। अब रिलायंस पावर ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिससे 1500 करोड़ रुपये का कर्ज कम होगा।

क्या है फैसला: रिलायंस पावर ने आंध्र प्रदेश में अपनी समालकोट परियोजना से बिजली उपकरणों का निर्यात बांग्लादेश परियोजना के लिए करना शुरू कर दिया है। इससे कंपनी को अपने कर्ज के बोझ को करीब 1,500 करोड़ रुपये कम करने में मदद मिलेगी। रिलायंस पावर ने बांग्लादेश परियोजना को गैस आधारित बिजली उपकरण का मॉड्यूल 1 बेचा है। इसकी क्षमता 750 मेगावॉट की है। कंपनी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक उन उपकरणों का निर्यात समालकोट परियोजना से किया जा रहा है।

बांग्लादेश में 750 मेगावॉट की एलएनजी आधारित बिजली परियोजना के लिए उपकरणों का निर्यात जुलाई, 2021 के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है। कंपनी के अधिकारी के मुताबिक समालकोट से बांग्लादेश की परियोजना के लिए इन उपकरणों की बिक्री से रिलायंस पावर का अमेरिकी-एक्जिम ऋण करीब 1,500 करोड़ रुपये कम हो जाएगा। बांग्लादेश परियोजना का विकास कंपनी जापान की ऊर्जा क्षेत्र की दिग्गज जेईआरए के साथ मिलकर कर रही है।

शेयर में उछाल: इस खबर के बीच रिलायंस पावर के शेयर में करीब 5 फीसदी की तेजी आई है। रिलायंस पावर का शेयर भाव अब 15 रुपये के स्तर को पार कर चुका है। बीते सप्ताह कंपनी का शेयर भाव 18 रुपये से ज्यादा था, जो 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर है। वहीं, कंपनी का मार्केट कैपिटल 4200 करोड़ रुपये से ज्यादा है। कुछ दिन पहले तक मार्केट कैपिटल 5 हजार करोड़ के स्तर पर पहुंच चुका है।

मुनाफे में है कंपनी: आपको बता दें कि रिलायंस पावर अनिल अंबानी की उन कंपनियों में है जिसे मुनाफा हुआ है। मार्च 2021 को समाप्त तिमाही में कंपनी ने 72.56 करोड़ रुपये का मुनाफा कमाया। रिलायंस पावर को बीते वित्त वर्ष की ​दिसंबर तिमाही में करीब 53 करोड़ रुपये का मुनाफा हुआ था। अगर पूरे वित्तवर्ष 2020-21 में रिलायंस पावर के मुनाफे की बात करें तो 228.63 करोड़ रुपये था, जबकि 2019-20 में 4,077 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।