महिंद्रा एंड महिंद्रा के दक्षिण कोरिया की कंपनी सांगयोंग मोटर (एसवाईएमसी) पर कर्ज का बोझ है। इस कर्ज की वजह से सांगयोंग मोटर ने दिवालिया प्रक्रिया के लिए आवेदन भी किया है।

सांगयोंग मोटर के इस कदम के बाद जेपी मोर्गन की टेंशन बढ़ गई है। जेपी मोर्गन ने 40 अरब कोरियाई वॉन के बराबर का कर्ज लौटाने की मांग की है। वहीं, दक्षिण कोरिया की वाहन कंपनी कर्ज चुकाने में असमर्थता जतायी है। महिंद्रा एंड महिंद्रा की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक कोरियाई वाहन कंपनी सांगयोंग मोटर के 21 दिसंबर के दिवाला कानून के तहत पुनरूद्धार और पुनर्वास के प्रस्ताव के साथ किए गए आवेदन को देखते हुए जेपी मोर्गन ने अपने उधार की मांग की है।

वहीं, सांगयोंग मोटर ने कोरियाई शेयर बाजार को सूचित किया है कि वह पुनरूद्धार और पुनर्वास आवेदन के कारण जेपी मोर्गन को कर्ज चुकाने में असमर्थ है। बता दें कि कोरियाई वाहन कंपनी के ऊपर करीब 680 करोड़ रुपये का कर्ज है।

पिछले सप्ताह महिंद्रा एंड महिंद्रा ने बताया था कि सांगयोंग मोटर ने करीब 408 करोड़ रुपये के कर्ज भुगतान में चूक की है। इसके बाद सांगयोंग मोटर पुनर्वास प्रक्रिया शुरू करने और साउथ कोरिया के कानून के तहत सियोल की बैंकरप्सी कोर्ट में आवेदन किया है। अब सियोल की बैंकरप्सी कोर्ट आवेदन और उसके साथ दाखिल किए गए कागजात पर विचार-विमर्श करेगी।