आम्रपाली ग्रुप के पूर्व चेयरमैन अनिल शर्मा की सारी निजी संपत्ति और ग्रुप के नोएडा व ग्रेडर नोएडा में अनसोल्ड रहे फ्लैटों के नीलामी के निर्देश दिए गए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने ये निर्देश दिए हैं। इसके मुताबिक नीलामी आठ जनवरी को होगी और इसकी जिम्मेदारी राज्य नीलामीकर्ता मेटल स्क्रैप ट्रेड कॉर्पोरेशन (MSTC) को सौंपी है। अपने निर्देश में कोर्ट ने कहा कि MSTC शर्मा की निजी और कमर्शियल संपत्तियों के लिए बोलीदाताओं को आमंत्रित करें और शीर्ष अदालत के समक्ष रजिस्ट्री के साथ राशि जमा करें। कोर्ट ने कहा कि नीलामी की पूरी प्रक्रिया कोर्ट के रिसीवर आर वेंकटरमणि के दिशा-निर्देश के तहत होगी।

मामले में एमएसटीसी लिमिटेड के रीजनल मैनेजर सौरभ कुमार ने कहा, ‘हमने पहले ही नीलामी की तारीख का विज्ञापन दे दिया है। लोगों के पास हमें जवाब देने के लिए अभी एक सप्ताह से अधिक समय है। इसमें जो लोग आते हैं उन्हें बोली लगाने के लिए आठ जनवरी को चार घंटे का समय मिलेगा। हालांकि नीलामी प्रक्रिया के समय को बढ़ाया भी जा सकता है मगर यह बोलीदाताओं की तरफ से मिलने पर प्रतिक्रिया पर निर्भर करेगा।’

जानकारी के मुताबिक जिन परियोजनाओं में अनिल शर्मा से संबंधित फ्लैट हैं या वो अनसोल्ड हैं, उनकी नीलामी की जाएगी। इनमें आम्रपाली ईडन पार्क (सेक्टर 50), आम्रपाली कैसल (सेक्टर सी वी ग्रेटर नोएडा) शामिल हैं। इसके अलावा जिन व्यावसायिक संपत्तियों की नीलामी की जानी है उनमें नोएडा सेक्टर 50, 62 और 63 की संपत्तियां भी शामिल हैं। इसके अलावा ग्रेटर नोएडा में अन्य संपत्तियां जैसे टैक्जोन-4 और ओमेगा-1 भी शामिल है।

नीलामी प्रक्रिया एमएसटीसी की आधिकारिक वेबसाइट http://www.mstccommerce.com/auctionhome/amrapali/index.jsp. के जरिए की जाएगी। इसके अलावा आर वेंकटरमणि ने किसी भी प्रतिवादी को 5 जनवरी तक का समय दिया है जो इन संपत्तियों पर स्वामित्व का दावा कर सकता है। अधिकारियों ने बताया कि जो नीलामी प्रक्रिया में भाग लेने के इच्छुक हैं वो एमएसटीसी के तीन प्रतिनिधियों एके चौधरी, ए कुमार और शिवरमन के जरिए मामले में ज्यादा जानकारी हासिल कर सकते हैं। बता दें कि आम्रपाली ग्रुप द्वारा हजारों निवेशकों का पैसा लेने के बाद उनके फ्लैट नहीं देने के बाद कोर्ट ने वसूली के लिए नीलामी की प्रक्रिया अपनाई है।

आम्रपाली ग्रुप द्वारा चालीस हजार फ्लैट इसके खरीदारों को दिए जाने हैं मगर कंपनी अभी तक महज 14 हजार फ्लैट ही दे पाई है। ग्रुप को ग्राहक 350 करोड़ रुपए दे चुके हैं। इनमें में ग्रुप की तरफ से ग्राहकों को महज 150 करोड़ रुपए लौटाए गए हैं।