Amazon Acquires Retail Tech Start-up Perpule: अमेरिका की ई कॉमर्स कंपनी अमेजन भारत में अपने कारोबार का विस्तार करने में जुटी है। रिटेल मार्केट में अमेजन के विस्तार से मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल की चुनौतियां बढ़ने की आशंका है।
दरअसल, अमेजन की Amazon Technologies ने लगभग 108 करोड़ रुपये में बेंगलुरु की रिटेल टेक स्टार्टअप Perpule का अधिग्रहण किया है। अधिग्रहण से अमेजन, Perpule के नए प्रौद्योगिकी उत्पादों को अपने किराना भागीदारों को पेश करने की अनुमति देगा। द मिंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक Perpule के कर्मचारियों को अमेजन की ओर से अतिरिक्त पारिश्रमिक का भुगतान किया जा सकता है।
Perpule के फांउडर अभिनव पाठक, साकेत बीएसवी और योगेश घाटुरले सहित कंपनी के अधिकांश कर्मचारियों के अमेजन में शामिल होने की संभावना है। नवंबर 2018 में, Perpule ने प्राइम वेंचर पार्टनर्स, कलारी कैपिटल और वेंचर हाइवे से 4.7 मिलियन डॉलर जुटाए थे। बता दें कि Perpule का अधिग्रहण कर रही अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस हैं, जो वर्तमान में दुनिया के सबसे दौलतमंद शख्स बने हुए हैं।
भारतीय बाजार में लीडिंग ई कॉमर्स कंपनी अमेजन के नए कदम से रिटेल मार्केट की अन्य कंपनियों की चुनौती बढ़ सकती है। खासतौर पर रिलायंस रिटेल के लिए नई तरह की चुनौती है। अमेजन की वजह से रिलायंस रिटेल की एक अहम डील भी अटकी हुई है। ये डील फ्यूचर ग्रुप के साथ की है।
दरअसल, 24 हजार करोड़ से ज्यादा की रकम में फ्यूचर समूह ने अपने रिटेल कारोबार का सौदा रिलायंस इंडस्ट्रीज के साथ किया है, जिस पर अमेजन एतराज कर रहा है। अमेरिकी ई कॉमर्स कंपनी, मामले को सिंगापुर के अंतराष्ट्रीय मध्यस्थ निर्णय केंद्र की एक आपातकालीन मध्यस्थ पीठ के समक्ष ले गई। उसका आरोप है कि फ्यूचर ने उसके साथ अनुबंध को तोड़ा है।
जेफ बेजोस बनाम मुकेश अंबानी: अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस और मुकेश अंबानी के बीच संपत्ति का काफी बड़ा अंतर है। जेफ बेजोस करीब 180 बिलियन डॉलर के साथ दुनिया के सबसे अमीर शख्स बने हुए हैं। वहीं, बात करें मुकेश अंबानी की तो वो 78 बिलियन डॉलर के साथ दुनिया के 11वें सबसे अमीर शख्स हैं। कहने का मतलब ये है कि दोनों की संपत्ति में करीब 102 बिलियन डॉलर का अंतर है।