अक्षय तृतीया (Akshay Tritiya) शनिवार (22 अप्रैल) को है और इस दिन सोना-चांदी जैसे अन्य कीमती धातु खरीदने का एक शुभ अवसर माना जाता है। सोना जो वर्तमान में 60,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास चल रहा है, वह लगभग एक सप्ताह पहले करीब 61,000 रुपये था। पिछले 50 दिनों में सोने की कीमतों में लगभग 10 प्रतिशत या लगभग 5,000 रुपए ग्राम की वृद्धि हुई है। 28 फरवरी को सोने की कीमत 55,550 रुपये के आसपास था।

केवल सोना ही नहीं बल्कि चांदी की कीमतों में भी वृद्धि हुई है। चांदी की कीमतों में 28 फरवरी से लगभग 13,000 रुपये प्रति किलोग्राम (किलो) की बढ़ोतरी हुई है। इसकी कीमतें पिछले 28 फरवरी को 63,007 रुपये थी। लेकिन अब उसकी कीमत 74,000 रुपये प्रति किलोग्राम है।

हालांकि बाजार विश्लेषकों का मानना ​​है कि कीमती धातुओं के आने वाले वर्षों में और ऊपर जाने की संभावना है। विश्लेषक निवेशकों को सुझाव देते हैं कि पोर्टफोलियो विविधीकरण और अस्थिर बाजार की स्थितियों का लाभ उठाने के लिए इसमें इन्वेस्टमेंट कर सकते हैं।

बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के अनुसार ऑगमोंट के निदेशक सचिन कोठारी ने कहा कि सोने और चांदी ने पिछले 20 वर्षों में 12 प्रतिशत औसत सीएजीआर रिटर्न दिया है। इसलिए अक्षय तृतीया पर सोने और चांदी में समान रूप से निवेश करना चाहिए।

बाजार के जानकारों के मुताबिक घरेलू बाजारों में सोने की कीमतों में 10 फीसदी की तेजी आई है। जबकि चांदी की कीमतों में सिर्फ 7 फीसदी की तेजी आई है। सोने की कीमतें वित्त वर्ष 2022-23 में 15 फीसदी और पिछले साल 2022 अक्षय तृतीया से करीब 20 फीसदी ऊपर हैं। ऑगमोंट के सचिन कोठारी ने कहा कि सोने की कीमतों ने पिछले 20 वर्षों में 5,800 रुपये प्रति 10 ग्राम से 10 गुना से अधिक बढ़कर 60,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर अभूतपूर्व रिटर्न दिया है।

सचिन कोठारी ने कहा, “पिछले 20 वर्षों में केवल चार साल ऐसे हैं जब अक्षय तृतीया पर निवेश करने पर सोने में नकारात्मक रिटर्न मिला है। जिसका मतलब है कि साल-दर-साल आधार पर 80 प्रतिशत सकारात्मक रिटर्न मिल रहा है, जो काफी अच्छा मौका है।”