भले ही देश में मार्च के बाद से कोरोना वायरस से निपटने के लिए लॉकडाउन जारी है, लेकिन इस बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड लगातार विस्तार कर रही है। मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली कंपनी इस संकट के दौर में सभवत: दुनिया की पहली ऐसी कंपनी है, जिसे इतना बड़ा निवेश हासिल हुआ है। कंपनी अब तक फेसबुक समेत कई डील्स से 97,000 करोड़ रुपये की रकम हासिल कर चुकी है। ग्रुप को यह रकम अपनी डिजिटल कंपनी रिलायंस जियो में 21 फीसदी की हिस्सेदारी बेचने से हासिल हुई है। भले ही इन डील्स के लिए मुकेश अंबानी के नेतृत्व की सराहना की जा रही है, लेकिन बिजनस इनसाइ़डर की रिपोर्ट के मुताबिक उनके बड़े बेटे आकाश अंबानी की इनमें अहम भूमिका रही है।
रिलायंस से जुड़े दो करीबी सूत्रों ने बिजनेस इनसाइडर से बातचीत में कहा, ‘फेसबुक से रिलायंस जियो की डील कराने में आकाश अंबानी की अहम भूमिका रही है। फेसबुक समेत सभी डील्स में उनकी राय भी अहम रही है। उन्होंने ही फेसबुक को पहले इन्वेस्टर के तौर पर शामिल करने का फैसला लिया था क्योंकि वह कंपनी इंस्टाग्राम और वॉट्सऐप के साथ भारत आई है।’ सूत्रों के मुताबिक आकाश अंबानी के अलावा रिलायंस ग्रुप के सीनियर अधिकारी मनोज मोदी ने भी अहम भूमिका अदा की थी।
मनोज मोदी रिलायंस रिटेल के सीईओ भी हैं। कंपनी के करीबी सूत्रों ने कहा कि मुकेश अंबानी यदि मौजूद हों तो कोई भी डील आसानी से की जा सकती है। कोई भी निवेशक यह देखता है कि वह जिस कंपनी के साथ डील कर रहा है, उसकी रेपुटेशन क्या है और भविष्य में उसकी रकम कितनी सुरक्षित है। इन डील्स को मुकेश अंबानी के भरोसे और रेपुटेशन, आकाश अंबानी के हार्ड वर्क और मनोज मोदी की स्किल्स के चलते संभव किया जा सका है।
22 साल की उम्र में रिलायंस से जुड़े थे आकाश अंबानी: 2014 में आकाश अंबानी रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड से जुड़े थे। वह अपने पिता के मुकाबले 2 साल पहले ही कारोबार से जुड़ गए थे। ब्राउन यूनिवर्सिटी से इकॉनमिक्स की डिग्री हासिल करने के बाद आकाश अंबानी रिलायंस से जुड़े थे। वहीं मुकेश अंबानी 24 साल की आयु में स्टैनफोर्ड से जुड़े थे।
