टेलीकॉम सेक्टर में कुछ कंपनियां जहां सबस्क्राइबर्स बढ़ाने पर जोर दे रही हैं वहीं कुछ कंपनियों का ध्यान प्रति यूजर औसत राजस्व (ARPU) बढ़ाने पर है। टेलीकॉम बाजार में प्रतिस्पर्धा को बढ़ाने वाली कंपनी जियो टेलीकॉम सस्ते प्रीपेड और पोस्टपेड प्लान से अपने सबस्क्राइबर्स बढ़ाने पर जोर दे रही है।
वहीं प्रमुख टेलीकॉम कंपनी एयरटेल ने अपने प्रति यूजर रेवेन्यू बढ़ाने के लिए अपने प्रीपेड प्लान की इनकमिंग वेलेडिटी में कटौती कर दी है। टेलीकॉम टॉक के अनुसार कंपनी ने इनकमिंग वैलिडिटी में 15 दिन से घटाकर 7 दिन कर दी है। इसका सीधा मतलब है कि अब एयरटेल यूजर्स को इनकमिंग वॉइस कॉल जारी रखने के लिए अपने टैरिफ पैक को पहले की तुलना में जल्दी रिचार्ज कराना होगा।
वैलीडिटी प्लान खत्म होने के बाद यूजर आउटगोइंग कॉल भी नहीं कर पाएंगे भले ही उनके खाते में टॉक टाइम बैलेंस बचा हो। एयरटेल ने पिछले साल मिनिमम रिचार्ज स्कीम पेश की थी। इस स्कीम के बाद प्रीपेड कस्टमर 15 दिन की एक्सपायरी वाला कॉम्बो प्लान वाला रिचार्ज कराने पर मजबूर हो गए थे। यदि वे कंपनी की तरफ से निर्धारित अवधि के बाद रिचार्ज नहीं कराते हैं तो वे इनकमिंग कॉल रिसीव नहीं कर पाएंगे।
एयरटेल के बाद वोडाफोन आइडिया नेटवर्क ने भी यह स्कीम पेश की थी। दोनों कंपनियों के लिए यह स्कीम फायदेमंद रही। अब देखना होगा कि एयरटेल के बाद वोडाफोन आइडिया भी इनकमिंग वैलिडिटी में कटौती करती है या नहीं। नए नियम के तहत टैरिफ पैक खत्म होने के बाद आपकी आउटगोइंग सुविधा बंद हो जाएगी। इसके 7 दिन के बाद इनकमिंग सुविधा भी बंद हो जाएगी।
इसलिए अब एयरटेल कस्टमर को कॉल रिसीव करने के लिए हर महीने रिचार्ज कराना होगा। इनकमिंग और आउटगोइंग कॉल एक्टिव रखने के लिए आपको 35 रुपये का रिचार्ज कराना होगा। प्रीपेड कॉम्बो रिचार्ज में यूजर को 100 एमबी 3G/4G डाटा के साथ 26.66 रुपये का टॉकटाइम मिलेगा।