Aggam Walia

देश में एयरपोर्ट से लेकर मेट्रो तक अच्छी कमाई कर रहे हैं। इन्होनें रेवेन्यू के मामले में बड़ी बड़ी कंपनियों को पीछे छोड़ दिया है। दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे और मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे जैसे मेगा हवाई अड्डों को न केवल एयरपोर्ट के रूप में देखा जाना चाहिए, बल्कि मेगा शॉपिंग, आतिथ्य केंद्रों और रियल एस्टेट डेवलपमेंट के रूप में भी देखा जाना चाहिए। पिछले कुछ वर्षों में इनका राजस्व काफी बढ़ा है।

इसी तरह दिल्ली मेट्रो एक प्रोजेक्ट कंसलटेंट भी है और इससे ट्रांसपोर्टर को अपने यात्री परिचालन की तुलना में अधिक राजस्व मिलता है। भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) के लिए इसकी नई ई-टिकटिंग सेवाओं ने वित्त वर्ष 2023 में इसके मुख्य खानपान और बोतलबंद पानी के कारोबार की तुलना में कहीं अधिक मुनाफा कमाया।

दिल्ली में भारत के सबसे बड़े हवाई अड्डे का एयरोनॉटिकल राजस्व हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 में घटकर 24 प्रतिशत हो गया, जो वित्त वर्ष 2018 में 46 प्रतिशत था। इसने एयरोनॉटिकल के अलावा अन्य तरीकों से अधिक कमाई की है, जिसमें लैंडिंग शुल्क, उपयोगकर्ता विकास शुल्क (UDF), और बैगेज एक्स , ड्यूटी फ्री, अंतरिक्ष किराये, कार्गो, और वाणिज्यिक संपत्ति विकास शामिल हैं। इसका मुख्य कारण विमान की लैंडिंग और पार्किंग के लिए एयरलाइन ऑपरेटरों पर लगाया जाने वाला कम एयरोनॉटिकल फी है।

इसी तरह दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) बाहरी परियोजना आय पर तेजी से निर्भर हो गया है, जो वित्त वर्ष 2022 में परिचालन राजस्व का 48 प्रतिशत था जबकि वित्त वर्ष 19 में यह आंकड़ा 35 प्रतिशत था। वहीं यात्री यातायात से मुख्य राजस्व गिरकर 39 प्रतिशत हो गया। डीएमआरसी ने मुंबई, पटना और कोच्चि सहित देश भर में मेट्रो ऑपरेटरों के लिए परियोजनाओं को क्रियान्वित करके भारत की अग्रणी मेट्रो परियोजना बनने का लाभ उठाया है। डीएमआरसी को अपने शुरू के वर्षों में ही एहसास हो गया था कि सरकारी फंडिंग पर भारी निर्भरता से बचने के लिए, उसे गैर-यातायात राजस्व का विस्तार करने की ओर ध्यान देना होगा, जो वित्त वर्ष 2006 से ही इसकी रणनीति रही है।

आईआरसीटीसी ने वित्त वर्ष 2023 में खानपान और रेल नीर की बिक्री की तुलना में ई-टिकटिंग सेवाओं से अधिक शुद्ध लाभ कमाया। इसने ई-टिकटिंग से 1,021 करोड़ रुपये कमाए। वहीं खानपान और रेल नीर की बिक्री से 204 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ कमाया। आईआरसीटीसी के पास भारतीय रेलवे की ई-टिकटिंग सेवाओं के लिए विशेष अधिकार है, जो 2002 में शुरू हुई थी।

इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे के संचालक दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL), जिसमें GMR समूह की मेजारिटी हिस्सेदारी है, उसने FY23 में 3,990 करोड़ रुपये का परिचालन राजस्व अर्जित किया। इसमें से 938 करोड़ रुपये एयरोनॉटिकल सेवाओं से और 2,477 करोड़ रुपये गैर एयरोनॉटिकल सेवाओं से कमाए। इसके अलावा ड्यूटी, वाणिज्यिक संपत्ति विकास गतिविधियों के संबंध में लाइसेंस शुल्क से इसने 575 करोड़ रुपये कमाए।

दिल्ली एयरपोर्ट का एयरोनॉटिकल राजस्व हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2023 में घटकर 24 प्रतिशत हो गया, जो वित्त वर्ष 2019 में 30 प्रतिशत था। हालांकि Commercial Property Development के माध्यम से राजस्व की हिस्सेदारी 6 प्रतिशत से बढ़कर 14 प्रतिशत हो गया।

इसी तरह मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (MIAL) द्वारा संचालित छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (जिसमें अडानी एंटरप्राइजेज के पास अब मेजारिटी हिस्सेदारी है) ने भी वित्त वर्ष 2023 में अपने एयरोनॉटिकल राजस्व हिस्सेदारी में 46 प्रतिशत से 38 प्रतिशत की गिरावट देखी। जबकि वित्त वर्ष 2019 में इसका नॉन एयरोनॉटिकल राजस्व हिस्सा 54 प्रतिशत से बढ़कर 62 प्रतिशत हो गया था। FY23 में MIAL ने 3,233 करोड़ रुपये का कुल परिचालन राजस्व अर्जित किया।

L&T मेट्रो रेल लिमिटेड द्वारा संचालित हैदराबाद मेट्रो, जिसने ठीक छह साल पहले नवंबर 2017 में परिचालन शुरू किया था, उसने अपने यातायात राजस्व को वित्त वर्ष 2023 में 68 प्रतिशत कर लिया है। छह वर्षों में हैदराबाद मेट्रो ने तीन लाइनें शुरू की हैं जिससे यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है और यातायात राजस्व में वृद्धि हुई है। सवारियों की संख्या में वृद्धि ने हैदराबाद मेट्रो को अधिक विज्ञापन राजस्व दिया है। ये वित्त वर्ष 2023 में 30 करोड़ रुपये से बढ़कर 67 करोड़ रुपये हो गया है। FY23 में हैदराबाद मेट्रो का कुल परिचालन राजस्व 677 करोड़ रुपये था।

कोविड महामारी के बाद आईआरसीटीसी के ई-टिकटिंग राजस्व में अच्छी वृद्धि दर्ज की गई। FY22 में ई-टिकटिंग से राजस्व बढ़कर 1,020 करोड़ रुपये हो गया। FY23 में आईआरसीटीसी का ई-टिकटिंग राजस्व 1,198 करोड़ रुपये है और कुल शुद्ध लाभ का 80 प्रतिशत था।