क्या आपके वाहन का बीमा कुछ दिनों बाद एक्सपायर हो रहा है या आप नया वाहन खरीदने की तैयारी कर रहे है? यदि इसका जवाब ‘हां’ है तो आप पहले की अपेक्षा ज्यादा पैसे खर्च करने के लिए तैयार रहें। वजह ये है कि भारतीय बीमा विनियामक और विकास प्राधिकरण (IRDAI) ने बीमा प्रीमियम को संशोधित करने की योजना बनाई है। जल्द ही आईआरडीएआई वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए थर्ड पार्टी मोटर बीमा प्रीमियम को संशोधित करने वाली है। हालांकि, पिछले आदेश में जो कि अप्रैल महीने में जारी किया गया था, आईआरडीएआई ने थर्ड पार्टी पॉलिसी के वार्षिक प्रीमियम बढ़ाने पर रोक लगा दी थी। अब जारी होने वाले नए आदेश में, एक बार संशोधित प्रीमियम लागू हो जाने के बाद सभी लोगों को मोटर का थर्ड पार्टी बीमा करवाने पर नए प्रीमियम के अनुसार पैसा देना पड़ सकता है।

IRDAI के एक्सपोजर ड्राफ्ट के अनुसार, 1000 सीसी तक के प्राइवेट कार वालों को थर्ड पार्टी बीमा के लिए पहले 1,850 रुपया देना पड़ता था,जो अब बढ़कर 2120 रुपये हो सकता है। वहीं, 1000 सीसी से ज्यादा और 1500 सीसी से कम के कार वालों के लिए यह 2,863 रुपये से बढ़कर 3,300 रुपये हो सकता है। वहीं, 1500 सीसी से ज्यादा के गाड़ियों के लिए थर्ड पार्टी बीमा का शुल्क 7890 रुपये है, जिसमें बदलाव नहीं होने की संभावना है। यूं कहें तो प्राइवेट कार के लिए बीमा में 15 प्रतिशत इजाफा होने की संभावना है।

अब बात दो-पहिया वाहन की करें तो, 75 सीसी के कम के वाहनों के लिए थर्ड पार्टी बीमा राशि 427 रुपये से बढ़कर 482 रुपया हो सकता है। वहीं, 75 सीसी से 150 सीसी के कम तक के वाहनों के लिए यह 720 रुपये से बढ़कर 752 रुपये हो सकता है। 150 सीसी से 350 सीसी से कम के दो-पहिया वाहनों के लिए बीमा राशि 985 रुपये से बढ़कर 1,193 रुपये हो सकती है। वहीं, 350 सीसी की क्षमता से ज्यादा वाले वाहनों की बीमा राशि में किसी तरह का बदलाव नहीं होने की संभावना है। दूसरे शब्दों में कहें तो दो-पहिया वाहनों के लिए थर्ड पार्टी बीमा की राशि में 20 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी की संभावना है। बाजार विशलेषकों के अनुसार, 2012 से 2017 के बीच प्राइवेट कार के लिए थर्ड पार्टी बीमा में 29 प्रतिशत और दो-पहिया वाहनों के लिए 23 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। वहीं, पिछले वित्तीय वर्ष 2018-19 में किसी तरह का बदलाव नहीं हुआ था।