टाटा ग्रुप एयर इंडिया में 18 हजार करोड़ रुपए लगाने के बाद अपने ही ग्रुप की दूसरी एयरलाइन विस्तारा में निवेश किया है। हमारे अंग्रेजी सहयोगी अख़बार इंडियन एक्सप्रेस की खबर के मुताबिक टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस मिलकर विस्तार में 500 करोड़ रुपए की पूंजी का निवेश किया हैं। बता दें विस्तारा एयरलाइन टाटा संस और सिंगापुर एयरलाइंस का संयुक्त उद्यम है। इस कंपनी में टाटा की हिस्सेदारी 51 फीसदी और सिंगापुर एयरलाइंस 49 फीसदी हिस्सेदारी है।
टाटा के द्वारा विस्तारा में निवेश सरकार से एयर इंडिया खरीदने के महीने भर के भीतर किया गया है। जानकारी के मुताबिक टाटा संस ने 255 करोड़ रुपए और सिंगापुर एयरलाइन्स एयरलाइंस 245 करोड़ रुपए का निवेश 14 फरवरी को किया है। निवेश के बदले प्रवर्तकों को 50 करोड़ शेयर दिए जाएगें।
लगातार घाटे में विस्तारा एयरलाइन: टाटा ग्रुप की विस्तारा एयरलाइन लंबे समय से घाटे में चल रही है। वित्त वर्ष 2020-21 में कंपनी को 1,611 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था जो पिछले साल 1,813 था। इस दौरान कंपनी की आय भी वित्त वर्ष 2020 4,738 करोड़ से घटकर 2243 करोड़ रुपए रह गई। कंपनी की आय में गिरावट का बड़ा कारण कोरोना महामारी के कारण लॉकडाउन भी है।
एक साल में तीसरी बार निवेश:यह एक वित्त वर्ष में तीसरा मौका है जब प्रवर्तकों को कंपनी में पूंजी का निवेश करना पड़ा है। इससे पहले अगस्त 2021 में 750 करोड़ और मई 2021 में 465 करोड़ का निवेश किया जा चुका है।
विस्तारा एयरलाइन के अलावा टाटा ग्रुप के एयरलाइंस पोर्टफोलियो में एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, एयर एशिया शामिल है। वर्तमान में विसतारा की बाजार हिस्सेदारी 7.5 फ़ीसदी है। मार्च 27 से अक्टूबर 29 के बीच लागू होने वाली ग्रीष्मकालीन अनुसूची 2022 के मुताबिक विस्तारा देश में हर हफ्ते 1741 उड़ानें भरेगी जबकि इसके मुकाबले भारत की नंबर एक एयरलाइन इंडिगो एक हफ्ते में 11,130 उड़ानें भरेगी।