अडानी विल्मर ने मंगलवार को स्विट्जरलैंड की दिग्गज कंपनी मैककॉर्मिक (GMBH) से मशहूर प्रीमियम राइस ब्रांड ‘कोहिनूर’ को खरीद लिया। अडानी विल्मर की ओर से शेयर बाजार को दी गई जानकारी के मुताबिक, कंपनी ने कोहिनूर ब्रांड के तहत आने वाले कोहिनूर बासमती चावल, रेडी टू कुक और रेडी टू ईट करी और फूड पोर्टफोलियो का अधिग्रहण किया है।
इस पूरी डील पर अडानी विल्मर के सीईओ और प्रबंधक निदेशक अंगशु मल्लिक ने कहा, “अडानी विल्मर को कोहिनूर ब्रांड का फार्च्यून परिवार में स्वागत करने पर काफी खुशी हो रही है। कोहिनूर एक विश्वसनीय ब्रांड है जो भारत के ऑथेंटिक टेस्ट का प्रतिनिधित्व करता है और उपभोक्ताओं द्वारा पसंद किया जाता है। यह अधिग्रहण कंपनी की बिजनेस स्ट्रेटेजी के तहत ज्यादा मार्जिन वाले उत्पादों में विस्तार करने की योजना के तहत किया गया है। हमे विश्वास हैं कि पैकेज्ड फूड इंडस्ट्री में अभी विकास की काफी संभावना है।”
देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी बनी अडानी विल्मर: बीते सोमवार को अडानी विल्मर की ओर से की चौथी तिमाही के नतीजे घोषित किए गए थे। इस दौरान कंपनी ने बताया कि वित्त वर्ष 2021-22 के दौरान कंपनी को 54,214 करोड़ रुपए की आय हुई। इस हिसाब से देखें तो आय के आधार पर अडानी विल्मर देश की सबसे बड़ी एफएमसीजी कंपनी बन गई है। वहीं, इस दौरान सालों तक देश में एफएमसीजी सेक्टर की नंबर वन कंपनी कही जाने वाली हिंदुस्तान यूनिलीवर की आय करीब 51,468 करोड़ रुपए रहीं।
कंपनी की आय 46 फीसदी बढ़ी: मार्च तिमाही के नतीजों में कंपनी ने बताया कि सालाना आधार पर कंपनी की आय में 46 फीसदी का इजाफा हुआ है। वित्त वर्ष 2020-21 के दौरान कंपनी की आय 37,090 रुपए रहीं।
हिट रहा अडानी विल्मर का आईपीओ: अडानी ग्रुप ने इस साल फरवरी में अडानी विल्मर का आईपीओ लॉन्च किया था। आईपीओ के समय अडानी विल्मर को निवेशकों का ठीक-ठाक रिस्पांस मिला था, लेकिन 8 फरवरी को 268 रुपए के भाव पर लिस्ट होने के बाद कंपनी के आईपीओ ने निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है। लिस्टिंग के बाद से अब तक के रिटर्न की बात करें तो कंपनी निवेशकों को 180 फीसदी से अधिक का रिटर्न दे चुकी है। मंगलवार को बाजार बंद होने तक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) पर अडानी विल्मर का शेयर 751.5 रुपए के भाव पर बंद हुआ था।