Adani Group Shares Jump High: अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर और अडानी ग्रीन एनर्जी समेत अडानी ग्रुप के शेयरों की कीमतों में आज (19 सितंबर, 2025) 2-5% तक की बढ़त देखने को मिली। इसकी वजह है, भारत के कैपिटल मार्केट रेगुलेटर SEBI ने अरबपति गौतम अडानी के समूह को क्लीन चिट दे दी है। अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च (जो अब बंद हो चुका है) द्वारा लगाए गए आरोपों को सेबी ने खारिज कर दिया गया है।
आइए जानते हैं रेगुलेटर के आदेश से जुड़े 5 बड़ी बातें और यह अडानी के शेयरों के लिए क्यों मायने रखती हैं-
Adani vs Hindenburg: फोकस में अडानी ग्रुप के शेयर्स
निवेशक अब अडानी ग्रुप के शेयरों पर कड़ी नजर रखेंगे क्योंकि SEBI ने गुरुवार (18 सितंबर) को अपना अंतिम आदेश जारी किया है। मार्केट रेगुलेटर ने अडानी समूह पर लगे स्टॉक मैनिपुलेशन के आरोपों से क्लीन चिट दे दी है। रेगुलेटर का यह फैसला ट्रेडिंग सेंटिमेंट को प्रभावित कर सकता है। खासकर अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पावर और अडानी ग्रीन एनर्जी जैसे फ्लैगशिप शेयरों पर जो जनवरी 2023 से लगातार उतार-चढ़ाव के साथ कारोबार कर रहे है।
Adani Vs Hindenburg: मैनिपुलेशन के कोई सबूत नहीं
अपनी रिपोर्ट्स में बाजार नियाम सेबी ने कहा कि उसे कोई सबूत नहीं मिला जिससे यह साबित हो सके कि अडानी ग्रुप ने अपनी लिस्टेड कंपनियों में पैसा लगाने के लिए संबंधित पार्टियों का इस्तेमाल किया है।
विस्तृत जांच के बाद रेगुलेटर ने निष्कर्ष निकाला कि इनसाइडर ट्रेडिंग, मार्केट मैनिपुलेशन और पब्लिक शेयरहोल्डिंग नियमों के उल्लंघन के आरोप “बेबुनियाद” हैं।
Adani Vs Hindenburg: हिंडनबर्ग के दावे
यह विवाद जनवरी 2023 में शुरू हुआ, जब अमेरिका की शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी ग्रुप पर आरोप लगाया था कि उसने तीन छोटी कंपनियों – Adicorp Enterprises, Milestone Tradelinks और Rehvar Infrastructure के जरिए पैसा अडानी एंटरप्राइजेज और अडानी पावर में पहुंचाया।
इस रिपोर्ट के बाद भारी बिकवाली हुई और एक वक्त ऐसा आया कि अडानी ग्रुप के मार्केट कैप में 100 अरब डॉलर से ज्यादा की गिरावट आ गई थी।
Adani Vs Hindenburg: सेबी ने क्यों कहा कि नियम नहीं तोड़े गए
SEBI बोर्ड सदस्य कमलेश सी. वार्ष्णेय के अनुसार, हिंडनबर्ग रिपोर्ट में जिन लेन-देन का जिक्र किया गया था, वे उस समय की related-party rules के दायरे में नहीं आते थे।
इसका मतलब है कि न तो डिस्क्लोजर की जरूरतों का उल्लंघन हुआ और न ही इस मामले में किसी तरह का नियामकीय उल्लंघन। इसके साथ ही रेगुलेटर ने बड़ी मात्रा में प्रतिभूतियों के अधिग्रहण या नियंत्रण से जुड़ी चिंताओं को भी खारिज कर दिया।
Adani vs Hindenburg: क्यों मिली क्लीन चिट?
SEBI का यह फैसला उस समय आया है जब इससे पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त विशेषज्ञ पैनल ने भी कहा था कि अडानी समूह के खिलाफ किसी तरह की प्राथमिक स्तर पर गड़बड़ी का सबूत नहीं मिला है।
SEBI का लेटेस्ट ऑर्डर इस निष्कर्ष को और मजबूती देता है और इसने लंबे समय से चल रही अटकलों पर विराम भी लगा दिया है।
Adani Group stocks: 2025 में शेयरों की परफॉर्मेंस
अगर अडानी ग्रुप के स्टॉक की लिस्ट ट्रैक करें तो 2025 में अब तक मिलीजुली परफॉर्मेंस सामने आई है। कुछ कंपनियों को फायदा हुआ है तो वहीं पिछले साल की तुलना में कुछ कंपनियां दबाव में हैं। जानें अडानी ग्रुप के शेयर्स कैसा परफॉर्म कर रहे हैं…
अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises)
फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर भाव पिछले छह महीनों में 3% चढ़े हैं, लेकिन पिछले साल की तुलना में अभी भी 18% नीचे हैं। 2025 में अब तक शेयर में 6% की गिरावट आई है। इसका 52-सप्ताह का रेंज ₹2,025 से ₹3,211 के बीच रहा है।
अडानी ग्रीन एनर्जी (Adani Green Energy)
अडानी ग्रीन एनर्जी के शेयर भाव छह महीनों में 7% बढ़े हैं, लेकिन पिछले साल की तुलना में 50% की गिरावट आई है। 2025 में अब तक यह 6% फिसला है। इसका 52-सप्ताह का उच्च स्तर ₹2,091 और निचला स्तर ₹758 है।
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस (Adani Energy Solutions)
अडानी एनर्जी सॉल्यूशंस के शेयर भाव छह महीनों में 3% और 2025 में अब तक 4% बढ़े हैं, हालांकि पिछले साल की तुलना में 14% नीचे हैं। इसका 52-सप्ताह का उच्च स्तर ₹1,090.95 और निचला स्तर ₹588 है।
अडानी पोर्ट्स एंड SEZ (Adani Ports and SEZ)
अडानी पोर्ट्स के शेयर भाव छह महीनों में 20% और 2025 में 16% बढ़े हैं। पिछले साल की तुलना में यह लगभग सपाट (0.2% की बढ़त) है। इसका 52-सप्ताह का रेंज ₹995.65 से ₹1,494 के बीच है।
अडानी पावर (Adani Power)
अडानी पावर के शेयर भाव छह महीनों में 21% और 2025 में अब तक 20% बढ़े हैं। हालांकि पिछले साल की तुलना में यह अभी भी 2% नीचे हैं।
अडानी टोटल गैस (Adani Total Gas)
अडानी टोटल गैस के शेयर भाव छह महीनों में 2% गिरे हैं। पिछले साल की तुलना में इसमें 22% और 2025 में अब तक 19% की गिरावट दर्ज हुई है। इसका 52-सप्ताह का रेंज ₹532.60 से ₹862 है।
अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cements)
अडानी समूह की सीमेंट कंपनी अंबुजा सीमेंट्स के शेयर भाव छह महीनों में 14% और year-on-year देखें तो 4 प्रतिशत की गिरावट आई है। हालांकि, 2025 में इसमें 7% की बढ़त देखी गई है।
एसीसी (ACC)
एसीसी के शेयर भाव कमजोर रहे हैं। छह महीनों में यह 12% और सालाना आधार पर 24% गिरे हैं। 2025 में अब तक इसमें 9% की गिरावट आई है।