FMCG की सहायक कंपनी अडानी विल्मर के बाद, एशिया के सबसे अमीर व्यक्ति, गौतम अडानी अब अपने गैर-बैंक कर्जदाता अडानी कैपिटल की प्रारंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) लॉन्च करने की योजना बना रहे हैं। अडानी ग्रुप इस इश्यू के जरिए करीब 1,500 करोड़ रुपए (188 मिलियन डॉलर) जुटाने की प्लानिंग कर रही है। बताया जा रहा है कि कंपनी का आईपीओ 2024 की शुरुआत में लॉन्च किया जाएगा।
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव गुप्ता का कहना है कि अडानी कैपिटल (Adani Capital) की पहली बार शेयर बिक्री शैडो बैंक में लगभग 10% हिस्सेदारी की पेशकश करेगी और लगभग 2 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन का लक्ष्य रखेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, अडानी कैपिटल का लक्ष्य प्रौद्योगिकी का उपयोग करके 3 मिलियन रुपए तक के कर्ज के लिए अधिक बाजार पर कब्जा करना है।
गुप्ता ने कहा कि वे एक फिनटेक कंपनी हैं, जो ग्राहकों की संख्या को तेजी से बढ़ा रही है। ग्राहकों की संख्यां में तेजी से बढ़ोतरी होने से कंपनी को बड़ा लाभ पहुंचा है। कंपनी के सीईओ ने कहा कि अडानी कैपिटल डायरेक्ट-टू-कस्टमर डिस्ट्रीब्यूशन मॉडल का इस्तेमाल करती है और 90% बिजनेस सेल्फ-जेनरेट करती है।
कंपनी की आठ राज्यों में शाखाएं
उन्होंने कहा कि इस फर्म की आठ राज्यों में 154 शाखाएं हैं और लगभग 60,000 उधारकर्ता हैं। इसके अलावा कंपनी 30 अरब रुपए के कर्ज की देखभाल करता है और सकल गैर-निष्पादित संपत्ति लगभग 1% पर आंकी गई है। गुप्ता ने कहा कि मेरी योजना हर साल लोन बुक को दोगुना करने की है।
कंपनी किन क्षेत्रों में करती है काम
अडानी कैपिटल ने वित्तीय सेवाओं में अडानी ग्रुप एंट्री कराई है। कंपनी ने अप्रैल 2017 में उधार परिचालन शुरू किया और तब से इसका कारोबार खुदरा और ग्रामीण कार्यों में अलग किया गया है। कंपनी कृषि उपकरण, छोटे वाणिज्यिक वाहन, तिपहिया वाहन और कृषि कर्ज जैसी उधार सेवाएं देती है। इसके अलावा, कंपनी एमएसएमई व्यवसाय कर्ज और व्यापार और आपूर्ति चेन का भी लाभ देती है।
अडानी कैपिटल को हुआ बड़ा फायदा
गौरतलब है कि वर्तमान में, कंपनी गुजरात, महाराष्ट्र, राजस्थान और मध्य प्रदेश राज्यों में अपने शाखा नेटवर्क का विस्तार कर रही है। 2020-21 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार, अडानी के शैडो बैंक ने 31 मार्च, 2021 को समाप्त वर्ष में लगभग 163 मिलियन रुपए की शुद्ध आय दर्ज की, जो पिछले वित्त वर्ष से तेज छलांग लगाई है।
बता दें कि अडानी विल्मर स्टॉक एक्सचेंजों में प्रवेश करने वाली नवीनतम अडानी ग्रुप की फर्म है। FMCG फर्म ने इस साल 8 फरवरी को बाजार में डेब्यू किया था। कंपनी ने 27 जनवरी से 31 जनवरी तक अपना 3,600 करोड़ रुपए का आईपीओ लॉन्च किया था और इसे 17.37 गुना ओवरसब्सक्राइब किया गया था।