गौतम अडानी की कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज लिमिटेड ने 2000 करोड़ रुपये जुटाने का प्लान बनाया है। अडानी ग्रुप की कंपनी दिसंबर तक पहली खुदरा बॉन्ड बिक्री के जरिए मनी जुटाने की योजना बनाई है। इसकी जानकारी इस मामले से अवगत दो बैंकरों ने दी है। लाइव मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी ने बॉन्ड बिक्री को मैनेज करने के लिए जेएम फाइनेंशियल, एडलवाइस फाइनेंशियल सर्विसेज, एके कैपिटल और ट्रस्ट कैपिटल को काम पर रखा है।
अरबपति गौतम अडानी के फ्लैगशिप कर्ज चुकाने के लिए 1000 करोड़ रुपये का बॉन्ड बेचने का प्लान बना रही है। इसके साथ ही इसने पर्याप्त सुरक्षा संकेत देते हुए A+ रेटिंग हासिल की है। कंपनी ने बॉन्ड की बिक्री के लिए खास प्लानिंग की है। मिंट के सूत्रों ने जानकारी दी है कि AEL तीन साल और पांच साल में मैच्योर होने वाले बांडों को बेचने पर विचार कर रहा है और लगभग 9 प्रतिशत के कूपन का भुगतान कर सकता है।
बढ़ सकता है बॉन्ड बेचने का आकार
दूसरे बैंकर ने बताया कि अभी तक कंपनी ने 1,000 करोड़ रुपये के बॉन्ड बेचने की योजना बनाई है। हालांकि वे लॉन्च के करीब सटीक आकार तय कर सकते हैं। वहीं अडानी ग्रुप के स्पोकपर्सन ने कहा कि निवेश और बिजनेस को आगे बढ़ाने के लिए पोर्टफोलियो कंपनियां प्राइज जुटाने के लिए मैनेजमेंट करती हैं। उन्होने कहा कि नीति के अनुसार, ऐसे लेनदेन पर कमेंट नहीं कर सकते हैं।
10 अरब डॉलर का कर्ज जुटाना चाहती है अडानी की कंपनी
गौरतलब है कि ब्लूमबर्ग ने सबसे पहले 19 अक्टूबर को अडानी की कंपनी की बॉन्ड की सार्वजनिक बिक्री शुरू करने की योजना के बारे में रिपोर्ट दी थी। वहीं 21 अक्टूबर को ब्लूमबर्ग की एक अन्य रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी अपनी उच्च लागत वाली उधारी को कम करने और अन्य परियोजनाओं को गति देने के लिए अगले साल कम से कम 10 बिलियन डॉलर का कर्ज जुटाना चाहती है।
इन सेक्टर में निवेश कर रही कंपनी
बता दें कि AEL का रिटेल बॉन्ड इश्यू ऐसे समय पर जारी किया जा रहा है, जब कंपनी बंदरगाहों और बिजली संयंत्रों के अपने मुख्य व्यवसाय से परे स्वास्थ्य सेवा, सीमेंट, मीडिया जैसे क्षेत्रों में प्रवेश करने की अपनी योजना के साथ ही अधिग्रहण की होड़ में है।