Adani Enterprises News: देश में कारोबार का तेजी से विस्तार कर रहे अडानी ग्रुप को लेकर अमेरिकी फाइनेंशियल फर्म जेफरीज ने एक रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में बताया गया है कि अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज का कर्ज वित्त वर्ष 22 में बढ़कर दोगुना हो गया है।
वित्त वर्ष 22 में अडानी एंटरप्राइजेज का कर्ज बढ़कर 41,023 करोड़ हो गया है जो कि वित्त वर्ष 21 16,051 करोड़ रुपये था। हालांकि इस दौरान कंपनी की आय में 75 फीसदी का जबरदस्त उछाल देखने को मिल रहा है और यह 39,537 करोड़ रुपये बढ़कर 69,420 रुपये हो गई है। वहीं, इस दौरान कंपनी का PAT (Profit After Tax) 1304 करोड़ रुपये से घटकर 787 करोड़ रुपये पर पहुंच गया है।
रिपोर्ट में बताया गया है कि अडानी एंटरप्राइजेज ग्रुप के व्यापार को फैलाने और नए व्यापार को परिपक्क बनाने के लिए कार्य करता है। सहायक कंपनियों और ग्रुप की ओर से अन्य कंपनियों के साथ शुरू किये गए जॉइंट वेंचर में अडानी एंटरप्राइजेज की हिस्सेदारी 44 फीसदी से 100 फीसदी के बीच में है। अडानी विल्मर में 44 फीसदी, अडानी कोनेक्स में 50 फीसदी, अडानी न्यू इंडस्ट्रीज में 100 फीसदी, अडानी रोड ट्रांसपोर्ट में 100 फीसदी, अडानी डिजिटल लैब्स में 100 फीसदी और अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स में 100 फीसदी और अडानी डिफेंस के कॉपर एवं अन्य व्यवसायों में 100 फीसदी ह
अडानी कुल कर्ज में सरकारी बैंकों की हिस्सेदारी 25 फीसदी
अडानी ग्रुप की ओर से लिए गए कर्ज की खास बात यह है कि अधिक कर्ज बांड के जरिए जुटाया गया है। अडानी ग्रुप की सभी कंपनियों पर कुल 2.2 लाख करोड़ का कर्ज है, जिसमें से 37 फीसदी बांड, 25 सरकारी बैंकों से, 18 फीसदी इंटरनेशनल बैंकों से, 8 फीसदी प्राइवेट बैंकों से, 8 फीसदी पीएसयू कैपेक्स से, 6 फीसदी डीआईआई से जुटाया गया है।
अडानी एंटरप्राइजेज की आय
वित्त वर्ष 22 अडानी एंटरप्राइजेज की आय में से 39 फीसदी आय आईआरएम बिजनेस से, 23 फीसदी आय माइनिंग बिजनेस से, 23 फीसदी आय एयरपोर्ट बिजनेस से, 8 फीसदी सोलर मैन्युफैक्चरिंग से और 8 फीसदी अन्य व्यापारों से आय हुईं है।