बीते साल संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वेल्थ फंड अबुधाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी (एडीआईए) ने रिलायंस रिटेल में दांव लगाया था। अब ई-वॉलेट कंपनी मोबिक्विक में करीब दो करोड़ डॉलर (150 करोड़ रुपये) में कुछ हिस्सेदारी खरीदी है।

मोबिक्विक का मूल्य 70 करोड़ डॉलर: मोबिक्विक द्वारा कंपनी रजिस्ट्रार (आरओसी) को दी गयी सूचना के मुताबिक अबुधाबी इन्वेस्टमेंट फंड अथॉरिटी (एडीआईए) के इस निवेश के साथ कंपनी का मूल्य बढ़कर 70 करोड़ डॉलर (करीब 5,193 करोड़ रुपये) हो गया। आपको बता दें कि इस साल मार्च से मोबिक्विक ने 235 करोड़ रुपये जुटाए हैं। बता दें कि पिछले साल मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड ने अबुधाबी इन्वेस्टमेंट अथॉरिटी से 5,512.50 करोड़ रुपये जुटाये थे। एडीआईए का निवेश 1.20 प्रतिशत हिस्सेदारी के बराबर है।

आईपीओ लाने की है तैयारी: बैंकिंग के सूत्रों के मुताबिक मोबिक्विक 1,200 करोड़ रुपये का आईपीओ लाने की दिशा में काम कर रही है। यह प्रारंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) इस साल सितंबर तक बाजार में आ सकता है। मोबिक्विक इस साल मार्च में विवादों में छायी हुई थी। गुरुग्राम की इस कंपनी के करीब एक करोड़ ग्राहकों के निजी डेटा हैकरों ने कथित रूप से चुरा लिए थे।

इन दो कंपनियों की शेयर बाजारों में लिस्टिंग: कृष्णा इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (किम्स) और डोडला डेयरी की शेयर बाजारों में लिस्टिंग हो रही है। बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में इन दोनों कंपनियों के शेयरों का कारोबार शुरू हुआ है। इन कंपनियों के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (आईपीओ) हाल में आए थे। किम्स ने आईपीओ के जरिये 2,144 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इनमें से 955 करोड़ रुपये की राशि एंकर निवेशकों से जुटाई गई है।

वहीं, डोडला डेयरी ने आईपीओ से 520 करोड़ रुपये जुटाए हैं। इसमें से 156 करोड़ रुपये एंकर निवेशकों से जुटाए गए। किम्स के 2,144 करोड़ रुपये का आईपीओ 16 जून को खुलकर 18 जून को बंद हुआ था। आईपीओ के लिए मूल्य दायरा 815 से 825 रुपये प्रति शेयर था। डोडला डेयरी के 520 करोड़ रुपये के आईपीओ का मूल्य दायरा 421 से 428 रुपये प्रति शेयर रखा गया था। आईपीओ 16 जून को खुलकर 18 जून को बंद हुआ था।