दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी (आप) के नाम से मेल खाता हुआ आप कोला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सलाह पर गौर फरमाकर जनता के बीच अपनी मांग बढ़ा रहा है। दिल्ली में मिलने वाला यह एक लोकल पेय है। करीब साढ़े तीन साल पहले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह में स्पॉसरशिप कर आप कोला सुर्खियों में आया था। हालांकि यह पेय ब्रांड किसी भी तरह से आम आदमी पार्टी से जुड़े होने से इनकार करता है लेकिन मजे की बात यह है कि इसकी टैग लाइन अन्ना आंदोलन से मेल खाती हुई है, जिससे निकलकर आम आदमी पार्टी का जन्म हुआ था। इसकी टैग लाइन है- ‘ड्रिंक एंड फाइट अगेंस्ट करप्शन’ यानी पिएं और भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़े। इकोनॉमिक टाइम्स की खबर के मुताबिक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 2017 में दी गई एक सलाह पर अमल करके आप कोला को फायदा हुआ है।

आप कोला को बनाने वाली कंपनी एसबीएस प्रिंस वेबरेज लिमिटेड के डायरेक्टर यश टेकवानी कहते है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर उनकी कंपनी ने अमल किया और पेय में फ्रूट जूस की मात्रा में इजाफा किया। दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी ने 2016 में पेय पदार्थ बनाने वाली कंपनियों से आह्वान किया था कि वे अपने पेय पदार्थों में 5 फीसदी फ्रूट जूस डालें। आप कोला ने भी अपने पेय में फ्रूट जूस की मात्रा बढ़ा दी, इससे आप कोला दूसरे बड़े ब्रैंड के सामने देसी और सेहतमंज पेय के विकल्प के तौर उपलब्ध हो गया। हालांकि 2017 में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स (जीएसटी) लागू होने पर आप कोला के सामने 40 फीसदी जीसटी भरने की चुनौती थी लेकिन ब्रैंड ने पेय में फ्रूट जूस की मात्रा 5 के बजाय 10 फीसदी कर 12 फीसदी वाले टैक्स स्लैब में बने रहने की कोशिश की।

आप कोला चार फ्लेवर्स कोला, लेमन ऑंरेंज और सरप्राइज में उपलब्ध हैं और लोकल मार्केट में इसकी बढ़ती मांग दर्ज की गई है। टेकवानी भले ही आप कोला का संबंध आप पार्टी से होने से इनकार करते हों लेकिन वह यह जरूर मानते हैं कि आप के कार्यक्रमों में उनके ब्रांड की भारी डिमांड रहती है। आप कार्यकर्ताओं के बीच यह हाथों हाथ बिकता देखा जाता है। टेकवानी यह भी कहते हैं कि आम आदमी पार्टी की सफलता के साथ उनके पेय पदार्थ की मांग भी बढ़ती जा रही है। वह कहते हैं कि बीते तीन वर्षों में उनका ब्रांड ने कामगार वर्ग, अल्पसंख्यकों और पिछड़े वर्गों के बीच खासा लोकप्रिय हुआ है।