गौतम अडानी के नेतृत्व वाले अडानी ग्रुप में गुजरात के मुंद्रा में एक मिलियन टन क्षमता वाली कॉपर रिफाइनिंग फैसिलिटी लगाने जा रहा है। इसके लिए सरकारी बैंकों की ओर से अडानी ग्रुप के 6 हजार करोड़ का लोन दिया गया है।
कंपनी की ओर से जारी से बयान में कहा गया कि “अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड (एईएल) की सहायक कंपनी कच्छ कॉपर लिमिटेड (केसीएल) दो चरणों में प्रति वर्ष 1 मिलियन टन (10 लाख टन) रिफाइंड कॉपर उत्पादन क्षमता एक ग्रीनफील्ड कॉपर रिफाइनरी परियोजना स्थापित कर रही है।”
0.5 मिलियन टन क्षमता वाले पहले प्लांट के लिए केसीएल ने बैंकों के संघ (consortium of banks) से फाइनेंशियल क्लोजर के लिए लोन जुटाया है। इन बैंकों के संघ का नेतृत्व स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) कर रहा है जबकि इसमें केनरा बैंक, एक्जिम बैंक ऑफ इंडिया, इंडियन बैंक, पंजाब नेशनल बैंक और बैंक ऑफ महाराष्ट्र शामिल हैं। केसीएल प्रोजेक्ट के पहले फेस के लिए इन बैंकों के संघ की ओर 6071 करोड़ रुपए का लोन मंजूर किया गया है। अडानी ग्रुप की ओर से लगाई जाने वाली यह कॉपर रिफाइनरी दुनिया की सबसे बड़ी कॉपर फैक्ट्रियों में से एक होगी।
केसीएल, अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज की सहायक कंपनी है। इसकी स्थापना मार्च 2021 में कॉपर कारोबार में पैठ बनाने के लिए की गई थी।
अडानी ग्रुप भारत में तेजी से अपना कारोबार फैला रहा है। हाल ही में अडानी ग्रुप ने स्विट्ज़रलैंड की कंपनी होल्सिम से उसका भारत का सीमेंट करोबार 10.5 बिलियन डॉलर में खरीद लिया था। इस डील के एसीसी सीमेंट और अंबुजा सीमेंट का मालिकाना हक अडानी ग्रुप के पास आ गया। बता दें, होल्सिम एसीसी और अंबुजा की प्रमोटर कंपनी है। मौजूदा समय में अडानी ग्रुप का करोबार गैस, पोर्ट, एयरपोर्ट, माइनिंग, ग्रीन एनर्जी, एफएमसीजी, कोल, पावर, ड्रोन, सीमेंट, रियल एस्टेट और हेल्थ सेक्टर में फैला हुआ है।
गौतम अडानी की संपत्ति दुनिया में सबसे अधिक बढ़ी: ब्लूमबर्ग बिलेनियर इंडेक्स के मुताबिक, गौतम अडानी दुनिया के 9 वें सबसे अधिक अमीर आदमी है। उनकी संपत्ति करीब 90.6 बिलियन डॉलर है। इस साल उनकी संपत्ति करीब 14 बिलियन डॉलर बढ़ी है, जो दुनिया में सबसे अधिक है।