5G स्पेक्ट्रम नीलामी को लेकर केंद्रीय टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी देते हुए कहा कि पहले दिन नीलामी में टेलीकॉम कंपनियों ने 1.45 लाख करोड़ से अधिक रुपए की बोली पूरी हो चुकी है। 26 जुलाई को शुरू हुई नीलामी में चार दौर की नीलामी हुई है, वहीं कल से पांचवे दौर की नीलामी शुरू की जाएगी। इस ऑक्शन में चार कंपनियों के बीच दौड़ जारी है, जिसमें रिलायंस जियो, एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और अडानी एंटरप्राइजेज शामिल हैं।
वहीं केंद्र सरकार 1 अगस्त तक स्पेक्ट्रम आवंटन पूरा करने की उम्मीद कर रहा है, मंत्री ने आगे कहा इस साल के अंत तक कई शहरों में 5G सेवाओं को शुरू कर दिया जाएगा। टेलीकॉम मंत्री ने जानकारी देते हुए बताया कि 700 मेगाहर्ट्ज बैंड फ्रीक्वेंसी के लिए 4.3 लाख करोड़ रुपए की बोली लगाई जा रही है।
वैष्णव ने कहा कि नीलामी के पहले दिन की प्रतिक्रिया से पता चलता है कि दूरसंचार उद्योग में बड़ा बदलाव आने वाला है। उन्होंने कहा कि 5G ऑक्शन से निवेशकों को लाभ के साथ ही बेहतर सुविधाएं लोगों को मिलेंगी। नीलामी के चार दौर आज पूरे हो गए, मंत्री ने कहा कि आवेदकों से “मजबूत बोलियां” प्राप्त हुई हैं।
गौरतलब है कि 1.45 लाख करोड़ रुपए का अनुमानित राजस्व सरकार के 80,000 करोड़ रुपए से 1 लाख करोड़ रुपए के पूर्व-नीलामी अनुमानों से लगभग 1.5 गुना अधिक है। 2015 की स्पेक्ट्रम नीलामी के दौरान अब तक का सबसे अधिक संग्रह 1.09 लाख करोड़ रुपए है।
27 जुलाई को 5G नीलामी पूरी होने की उम्मीद
CNBC TV18 से बात करने वाले सरकारी अधिकारियों के अनुसार, मिड और हाई बैंड – 3,300 मेगाहर्ट्ज और 24 गीगाहर्ट्ज़ – ने चल रही 5 जी स्पेक्ट्रम नीलामी में सबसे अधिक बोलियां लगी हैं, जबकि 720 मेगाहर्ट्ज कम बैंड को भी पहली बार बोलियां मिलीं, जो कभी यह बैंड 2019 और 2021 में अनसोल्ड हो गया था। रिपोर्ट के अनुसार, सरकार “रिकॉर्ड समय में” स्पेक्ट्रम आवंटित करेगी, वैष्णव ने कहा कि 5जी सेवा सितंबर से शुरू होने की उम्मीद है। टेलीकॉम मंत्री ने आगे कहा कि नीलामी 27 जुलाई को पूरी होने की संभावना है।