देश में 5G को लॉन्च कर दिया गया है और अब कुछ प्रमुख शहरों में 5G सेवाएं पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव का कहना है कि 2023 तक 5G सर्विस की शुरुआत देश के 80 से 90 प्रतिशत शहरों में कर दी जाएगी। इस बीच, सरकार ने 25,000 टेलीकॉम टावर पूरे देश में अगले 500 दिनों में लगाने की मंजूरी दे दी है।
अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि इन टावरों को स्थापित करने पर करीब 26,000 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। उनका कहना है कि इस कदम से दूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी 5G सुविधा का लाभ मिलेगा। यह देश के सबसे दूरस्थ हिस्सों को इंटरनेट से जोड़ेगा और एक डिजिटल क्रांति को लेकर आएगा। जानकारी दी गई है कि टावर लगाने के लिए सरकार यूनिवर्सल सर्विस ऑब्लिगेशन फंड का इस्तेमाल करेगी।
इस रिपोर्ट में कहा गया है कि सरकार के स्वामित्व वाले भारत ब्रॉडबैंड नेटवर्क लिमिटेड (BBNL) का इस्तेमाल टावर लगाने के लिए किया जाएगा। डिजिटल इंडिया प्रेस कॉन्फ्रेस आईटी मंत्रियों के समारोह में बोलते हुए अश्विनी वैष्णव ने पीएम गति शक्ति से जुड़ने की बात कही थी। इसके तहत देश के राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जोड़ा गया है।
गति शक्ति योजना एक डिजिटल प्लेटफॉर्म है, जिसमें रेलवे और रोडवेज को लेकर कुल 16 मंत्रालय शामिल हैं। इसके तहत सभी एक साथ किसी प्रोजेक्ट को लेकर प्लानिंग और सहमति जाहिर करते हैं।
इस समारोह के दौरान अश्विनी वैष्णव ने सबका साथ, सबका विकास पर जोर देते हुए कहा कि सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश डिजिटल इंडिया को उच्च स्तर पर ले जाने, आत्मनिर्भर भारत और एक ट्रिलियन डॉलर की डिजिटल अर्थव्यवस्था के सपनों को साकार करने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
गौरतलब है कि दूरसंचार मंत्री अश्विनी वैष्णव ने रविवार को कहा था कि सरकार पूरे भारत में 5G तकनीक के लिए 100 लैब स्थापित करने की योजना बना रही है और उनमें से कम से कम 12 का इस्तेमाल छात्रों को टेस्ट करने और प्रयोग करने के लिए किया जाएगा ।