गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने शुक्रवार को अपने कार्यकाल के चार साल पूरे किए। 13 सितंबर 2021 को राज्य के 17वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विकास दृष्टि को आगे बढ़ाते हुए सुशासन, औद्योगिक वृद्धि, सेवा और निर्णायक नीति निर्माण को अपनी प्राथमिकता बनाया।

भूपेंद्र पटेल का राजनीतिक सफर 1987 में भाजपा से जुड़ने के साथ शुरू हुआ। मेमनगर नगर पालिका से होते हुए वे 2017 में पहली बार घाटलोडिया से विधायक बने। 2021 में मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने 2022 के विधानसभा चुनाव में निर्णायक जीत दर्ज की और लगातार दूसरी बार सत्ता संभाली।

पिछले चार वर्षों में पटेल ने भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त रुख अपनाया। करीब 50 अधिकारियों पर कार्रवाई की गई। भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी रोकने के लिए सख्त कानून लागू हुए। जनता को राहत देने के लिए बिजली दरों में 15 पैसे की कटौती की गई, जिससे राज्य के लोगों को 400 करोड़ रुपये का लाभ मिला। किसानों के लिए कृषि भूमि के हस्तांतरण और एनए अनुमति की प्रक्रिया आसान की गई।

लोककल्याण की दिशा में क्या-क्या कदम उठाए?

  1. 38 शहरों में बेघर गरीबों के लिए 116 आश्रय गृह बने।
  2. चार साल में 15 लाख से ज्यादा मकान तैयार हुए।
  3. मातृ-शक्ति, पोषण और स्वास्थ्य योजनाओं से करोड़ों लोग लाभान्वित हुए।
  4. प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना की सहायता सीमा 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख की गई।
  5. शिक्षा क्षेत्र में नमो लक्ष्मी और नमो सरस्वती विज्ञान साधना योजना से लाखों छात्राओं और छात्रों को आर्थिक मदद मिली।

औद्योगिक विकास को लेकर क्या किया?

  1. साणंद और धोलेरा में सेमीकंडक्टर यूनिट्स की स्थापना हुई।
  2. गिफ्ट सिटी में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सेंटर और फिनटेक हब बने।
  3. पिछले चार साल में गुजरात ने 20,431 मिलियन डॉलर का एफडीआई आकर्षित किया।
  4. Vibrant Gujarat Global Summit-2024 में 140 देशों के प्रतिनिधि शामिल हुए।