विराट कोहली बनाम अनिल कुंबले मसले पर अगर सबसे सटीक टिप्पणी किसी ने की तो वो हैं इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन। ऐसे बहुत कम होता है कि किसी दूसरे देश के कोच और कप्तान के विवाद में पराए देश के खिलाड़ी पड़ें। लेकिन ये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में कमाई अनिल कुंबले की साख है कि वॉन ने ट्विटर पर सार्वजनिक रूप से कहा कि अनिल कुंबल के पास खोने के लिए कुछ नहीं लेकिन उनके जाने से भारतीय क्रिकेट को बड़ा नुकसान होगा। वॉन ने ट्वीट किया, “भारत एक महान आदमी को खो रहा है…।” जाहिर है स्टारडम के नशे में चूर विराट कोहली को माइकल वॉन, सुनील गावस्कर और बिशन सिंह बेदी जैसे पूर्व क्रिकेटरों की बात नहीं समझ आएगी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो कोहली को समझाने में सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्मण भी विफल रहे।
इन तीन पूर्व क्रिकेटरों की चयन समिति (सीएसी) पर ही भारतीय क्रिकेट टीम का अगला कोच चुनने का जिम्मा है। अनिल कुंबले ने अपने इस्तीफे में साफ कर दिया कि सीएसी चाहती थी कि वो टीम के कोच बने रहें लेकिन कोहली को उनके “स्टाइल” से समस्या है इसलिए वो पद छोड़ रहे हैं। कुंबले के जाने से और कप्तान के मर्जी से कोच बदले जाने की परंपरा से भारतीय क्रिकेट टीम को कितना नफा-नुकसान हुआ ये तो वक्त बताएगा लेकिन एक जगह ऐसी भी है जहां हर महान क्रिकेटर जाना चाहता है और वहां किसी कप्तान का स्टारडम काम नहीं करता। वो है जगह “इतिहास।” हर क्षेत्र के पेशेवर चाहते हैं कि उनका नाम अपने पेशे के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज हो और इस मामले में कोई विराट कोहली अनिल कुंबले की “स्टाइल” पर सवाल नहीं उठा सकता।
ये महज संयोग ही है कि जिस वेस्टइंडीज दौरे से पहले अनिल कुंबले ने कोच पद से इस्तीफा दिया है उसके खिलाफ वनडे मैचों में दोनों देशों का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन अनिल कुंबले का ही रहा है। ये भी महज संयोग ही कि इंग्लैंड के ओवल में चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में विराट कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम की पाकिस्तान के हाथों हार के बाद कुंबले को कोच पद से हटना पड़ा। वहीं इससे करीब 24 साल पहले 23 साल के अनिल कुंबले ने कोलकाता के ईडन गार्डेन में 12 रन देकर छह विकेट लेकर भारतीय टीम को कप दिलाया था और मैन ऑफ मैच चुने गए थे।
27 नवंबर 1993 को हुए इस मैच में भारत ने पहले खेलते 50 ओवरों में सात विकेट खोकर 225 रन बनाए थे। अपेक्षाकृत छोटे स्कोर को बचाने के लिए उतरी भारतीय टीम को अनिल कुंबले ने छह विकेट लेकर देश को जीत दिला दी।
बात सिर्फ एक मैच की नहीं है। टेस्ट और वनडे दोनों में वेस्टइंडीज के खिलाफ अनिल कुंबले सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज रहे हैं। टेस्ट और वनडे दोनों में वेस्टइंडीज के खिलाफ विकेट लेने में उनसे आगे केवल कपिल देव हैं। भारत की तरफ से कपिल देव ने वनडे में वेस्टइंडीज के खिलाफ 42 मैचों की 42 पारियों में 1242 रन देकर 43 विकेट लिए हैं। वहीं अनिल कुंबले ने वेस्टइंडीज के खिलाफ 26 वनडे मैचों की 25 पारियों में 973 रन देकर 41 विकेट लिए हैं। बात टेस्ट की करें तो वेस्टइंडीज के खिलाफ सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज कपिल देव ही हैं। कपिल ने 25 मैचों की 41 पारियों में 89 विकेट लिए हैं। वहीं अनिल कुंबले ने 17 मैचों की 28 पारियों में 74 विकेट लिए। इन आंकड़ों से जाहिर है कि कुंबले कपिल की तुलना में वेस्टइंडीज के खिलाफ कम मैच खेलें वरना वो उन्हें पीछे छोड़ सकते थे। अनिल कुंबले 132 मैचों में 619 विकेट लेकर क्रिकेट इतिहास में तीसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं।
India are losing a Great man in @anilkumble1074 … realty hope he stays in some role …. far too good a bloke to lose … #India
— Michael Vaughan (@MichaelVaughan) June 20, 2017
वीडियो- देखिए कोलकाता के ईडन गार्डेन पर अनिल कुंबले द्वारा हीरो कप के फाइनल में लिए गए छह विकेट-
वीडियो- वेस्टइंडीज के खिलाफ टूटे हुए जबड़े से गेंदबाजी करते अनिल कुंबले-
भारत-वेस्टइंडीज दौरा-