बांग्लादेश की राजधानी ढाका के एक पॉश रेस्तरां में हुए आतंकी हमले के बाद रेस्क्यू मिशन पूरा हो चुका है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा किया है कि आतंकी संगठन आईएसआईएस ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। यह भी कहा जा रहा है कि हमले के दौरान इस्लामिक स्टेट से जुड़ी एक जर्मन वेबसाइट पर रेस्तरां की फोटोज लाइव स्ट्रीमिंग की जा रही थी। हालांकि, बहुत सारे एक्सपर्ट इस बात से इत्तेफाक नहीं रखते कि इस हमले को आईएसआईएस या अलकायदा ने अंजाम दिया है।

जानकारों के मुताबिक, यह हमला आईएसआईएस या अलकायदा के फिदायीन हमलों जैसा नहीं था। इन संगठनों के आतंकी कम से कम वक्त में ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने की प्रवृत्ति से आते हैं। इसके अलावा, वे बेहद ट्रेंड भी होते हैं। 12 घंटे में ऑपरेशन को खत्‍म करने के लिए  सुरक्षाबलों को क्रेडिट मिलना ही चाहिए। हालांकि, ऐसा भी लगता है कि आतंकी बेहद दक्ष नहीं थे।

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मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच देर रात तक बातचीत हुई। बातचीत फेल होने के बाद सुबह साढ़े 5 बजे से कमांडोज ने मिशन छेड़ा और सभी आतंकियों को मार गिराया। हाल फिलहाल में जितने भी आतंकी हमले आईएसआईएस ने किए हैं, उनमें शायद ही कभी आतंकियों और सरकार के बीच नेगोशिएशन हुई हो। इस्लामिक स्टेट या अलकायदा के आतंकी जानमाल का नुकसान पहुंचाने के मकसद से हमले करते रहे हैं।

वरिष्ठ पत्रकार सुबीर भौमिक ने एक न्यूज चैनल से बातचीत में कहा कि वे मानते हैं कि इस हमले में जमात ए इस्लामी का हाथ है। जमात ए इस्लामी बांग्लादेश में इस्लामिक राज्य की स्थापना चाहता है। वॉर क्राइम्स में अपने शीर्ष नेताओं को फांसी पर चढ़ाए जाने से नाराज जमात बांग्लादेश में अस्थिरता फैलाने में लगा हुआ है। भौमिक ने माना कि जमात बांग्लादेश में सभी जिहादी ग्रुप का अंब्रेला आगॅनाइजेशन है। उनका पाकिस्तान के प्रति हमदर्दी का रवैया रहा है।

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रक्षा विशेषज्ञ अभिजीत भट्टाचार्य भी कहते हैं कि आईएसआईएस कोई केंद्रीकृत आतंकी संगठन नहीं है। उसके पास बस पैदल सैनिक हैं। साजिश कोई दूसरा रच रहा है। जिन देशों में इस्लामिक स्टेट अभी पनपने की कोशिश कर रहा हो, वहां इतना सुनियोजित हमला करने में आईएसआईएस का हाथ हो, इस बात की संभावना कम ही नजर आती है। भट्टाचार्य के मुताबिक, इन हमलों में दिमाग आईएसआई का है।

पूर्व राजदूत पिनाक रंजन चक्रवर्ती ने एक न्यूज चैनल ने बातचीत में बताया कि यह हमला बांग्लादेश में अस्थिरता फैलाने, इंटरनेशनल पब्लिसिटी पाने और हसीना सरकार की बदनामी के लिए किया गया है। उन्होंने अंदेशा जताया है कि अगर बांग्लादेश में अस्थिरता बढ़ती है तो भारत का ईस्टर्न इलाका भी प्रभावित होगा। पश्चिम बंगाल से लेकर सिक्किम जैसे राज्य प्रभावित हो सकते हैं। इसलिए भारत को और ज्यादा सतर्क रहने की जरूरत है।