कार सेक्टर का हैचबैक सेगमेंट भारत में सबसे ज्यादा पॉपुलर और लंबी रेंज वाला सेगमेंट है और इसकी बढ़ती लोकप्रियता पर मुहर लगाता है ये अगस्त 2023 का बिक्री डेटा जो बताता है कि अगस्त 2023 में शीर्ष तीन सबसे ज्यादा बिकने वाले वाहन मारुति सुजुकी द्वारा बनाई गई हैचबैक थीं। अगर आप भी एक नई हैचबैक कार खरीदने का प्लान कर रहे हैं, तो बिना देर किए यहां जान लीजिए अगस्त महीने में सबसे ज्यादा बिकने वाली टॉप 5 हैचबैक की सेल्स रिपोर्ट।

Top 5 hatchbacks sold in August 2023

Maruti Suzuki Swift

अगस्त 2023 में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार मारुति सुजुकी स्विफ्ट थी, जो हैचबैक में भी बिक्री में सबसे आगे है। मारुति सुजुकी ने पिछले महीने स्विफ्ट की 18,653 यूनिट्स बेची, जो साल-दर-साल 65 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करती है। पिछले साल की बिक्री पर बात करें तो मारुति सुजुकी ने अगस्त 2022 में स्विफ्ट हैचबैक की 11,275 इकाइयां बेची थीं।

Maruti Suzuki Baleno

अगस्त 2023 में दूसरी सबसे अधिक बिकने वाली हैचबैक मारुति सुजुकी बलेनो थी, जो मैनुअल या एएमटी गियरबॉक्स से जुड़े एकमात्र 1.2-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ बेची जाती है। कार निर्माता ने पिछले महीने 18,516 यूनिट्स बेची, जबकि पिछले साल अगस्त में 18,418 यूनिट्स बेची थीं, जिसमें सालाना आधार पर 1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।

Maruti Suzuki Wagon R

मारुति सुजुकी वैगन आर अगस्त 2023 में सबसे ज्यादा बिकने वाली हैचबैक की सूची में तीसरे स्थान पर है। पिछले महीने, मारुति सुजुकी ने अगस्त 2023 में वैगन आर की 15,578 यूनिट बेची, जबकि कार निर्माता ने साल दर साल आधार पर अगस्त 2022 में 18,398 .यूनिट बेची जिसके हिसाब से इस कार की बिक्री में 15 फीसदी की गिरावट दर्ज हुई है।

Maruti Suzuki Alto

एक समय भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाली कार मारुति सुजुकी ऑल्टो थी जो अगस्त में बेस्ट सेलिंग की लिस्ट में महीने चौथी सबसे ज्यादा बिकने वाली हैचबैक बन गई है। मारुति सुजुकी ने अगस्त 2023 में ऑल्टो की 9,603 यूनिट बेची, जबकि पिछले साल अगस्त में 14,388 यूनिट बेची गई थी, जिसमें साल-दर-साल 33 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई।

Tata Tiago

अगस्त 2023 में पांचवीं सबसे ज्यादा बिकने वाली हैचबैक Tata Tiago थी, जो ICE और EV वर्जन में उपलब्ध है। अगस्त 2023 में, टाटा ने हैचबैक की 9,463 इकाइयां बेची, जबकि अगस्त 2022 में 7,209 इकाइयां बेची, जिसमें साल-दर-साल 31 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई।