महिंद्रा थार अपनी शानदार रोड प्रेजेंस की वजह से एक बेहतरीन ऑफ-रोडिंग व्हीकल है लेकिन दुर्भाग्य से, कई लोग इसका दुरुपयोग पैदल चलने वालों और अन्य वाहनों को डराने-धमकाने के लिए करते हैं। इसलिए, हम अक्सर वास्तविक दुनिया और सोशल मीडिया पर कई कम पढ़े-लिखे थार मालिकों को उपद्रवी गतिविधियों में शामिल होते हुए देखते हैं, जिसका ताजा मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ से सामने आया है।
Mahindra Thar Viral Video: क्या है मामला
हाल ही में कुछ ऐसा ही हुआ जब उत्तर प्रदेश के मेरठ में एक थार मालिक ने गाड़ी की छत पर खुली मिट्टी ढोने का फैसला किया, जिसका इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। इस वीडियो में UP 15 नंबर की पंजीकृत काली महिंद्रा थार को तेज गति से हाईवे पर दौड़ते हुए देखा जा सकता है, जो जानबूझकर आसपास के क्षेत्र में धूल फैला रही है।
सड़क पर मिट्टी उड़ाती थार से न सिर्फ दूसरे वाहन चालक प्रभावित होते हैं, बल्कि इस स्टंट को जिसने और भी खतरनाक बना दिया, वह यह कि कई गाड़ियां उल्टी दिशा से रोड़ पर आ रही थीं। थार पर खुली मिट्टी लादकर सड़कों पर उड़ाते हुए न सिर्फ यातायात नियमों को तोड़ना था बल्कि अपनी और सड़क पर चल रहे दूसरे लोगों की जान के लिए भी जोखिम पैदा हो गया था।
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सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल होती धूल उड़ाती थार के वीडियो पर जल्द ही पुलिस की नजर पड़ी और मेरठ पुलिस ने देर न करते हुए इस मामले पर संज्ञान लिया है। हालांकि, थार मालिक की इस हरकत के पीछे के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो सका है।
Mahindra Thar Viral Video मेरठ पुलिस ने की ये कार्रवाई
यूपी पुलिस और मेरठ पुलिस दोनों ने अपने-अपने सोशल मीडिया हैंडल पर थार से मिट्टी उड़ाने के इस कृत्य की निंदा की और मेरठ पुलिस ने पुष्टि की कि यातायात पुलिस को आवश्यक कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
इस घटना के अपराधी को मोटर वाहन अधिनियम (एमवीए), 1988 के तहत पुलिस की ओर से कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है। मेरठ पुलिस के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आयुष विक्रम सिंह ने मेरठ पुलिस द्वारा पोस्ट किए गए एक अलग वीडियो में खुलासा किया कि एमवीए के तहत, व्यक्ति का लाइसेंस हमेशा के लिए रद्द किया जा सकता है और उसका वाहन जब्त किया जा सकता है।
Mahindra Thar Viral Video: आए दिन होती हैं वीडियो वायरल
सड़कों पर गुंडागर्दी का यह पहला मामला नहीं है। देश के उत्तरी हिस्सों में ऐसी घटनाएं आम हैं, खासकर अच्छी खासी बड़ी एसयूवी के साथ। अधिकारियों को न केवल ऐसे गैर-जिम्मेदार ड्राइवरों पर नज़र रखने की ज़रूरत है, बल्कि कानून के तहत सख्त से सख्त सज़ा भी लागू करनी चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की गुंडागर्दी करने वालों को रोका जा सके।